बाहर फंसे झारखंड के लोगों को प्रदेश सरकार की तरफ से किसी प्रकार का सहयोग नहीं : सांसद
बोकारो : झारखंड प्रदेश भारतीय जानता पार्टी की ओर से बुधवार को आहुत एक दिवसीय उपवास-धरना के तहत सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने बुधवार को धनबाद स्थित अपने आवासीय परिसर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व अटल बिहारी वाजपेयी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर एक दिवसीय धरना शुरू किया. सांसद ने कहा : […]
बोकारो : झारखंड प्रदेश भारतीय जानता पार्टी की ओर से बुधवार को आहुत एक दिवसीय उपवास-धरना के तहत सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने बुधवार को धनबाद स्थित अपने आवासीय परिसर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व अटल बिहारी वाजपेयी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर एक दिवसीय धरना शुरू किया. सांसद ने कहा : इस आपदा की स्थिति में बाहर फंसे झारखंड के लोगों को प्रदेश सरकार की तरफ से किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया जा रहा है. न ही उन्हें लाने का ही किसी प्रकार का प्रयास किया जा रहा है. दूसरी तरफ केंद्र से मिलने वाले सहयोग के अनुरूप भी सरकार लोगों को राहत पहुंचाने का काम नहीं कर रही है.
जो कुछ भी राहत का कार्य हो रहा है, वह भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं के अपने स्तर से विभिन्न क्षेत्रों में जरूरतमंदों के बीच जा कर प्रशासन के दिशा-निर्देश के अनुरूप सूखा राशन, जगह-जगह पर अपने स्तर से भोजन बना कर वितरण किया जा रहा है. सरकार में शामिल दलों के लोग व शामिल मंत्री, विधायक अपने -अपने क्षेत्रों से गायब हैं. सरकार द्वारा खोले गये दीदी किचन, दाल भात केन्द्रों को समय पर अवांटन न मिलने के कारण से बंद होने की सूचनायें लगातार क्षेत्र से मिल रही है. इसके विरोध में भाजपा के वरीय नेताओं, सांसद विधायक, पार्टी के सभी स्तर के कार्यकर्ता अपने-अपने घरों में रहकर एकदिवसीय उपवास पर हैं. मुख्य रूप से जिला भाजापा अध्यक्ष बिनोद महतो, पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित लाल सिंह, बीरभद्र प्रसाद सिंह, केके मुन्ना, विद्यासागर सिंह, भैया राजेश्वर नाथ ओझा, एके वर्मा, अशोक कुमार पप्पू, दिलिप श्रीवास्तव, द्वारिका नाथ सिंह मुन्ना, शंकर रजक, अभय मुन्ना आदि ने भी अपने-अपने घरों में उपवास रखकर विरोध जताया. 22 बोक 14 – उपवास पर बैठे भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक सिंहजन समस्याओं को लेकर राज्य सरकार संवेदनहीन : मयंक सिंहबोकारो.
भाजपा युवा मोर्चा बोकारो जिला के अध्यक्ष मयंक सिंह ने अपने आवास में संकेतिक उपवास किया. मयंक सिंह ने कहा : प्रदेश की हेमंत सरकार मजदूरों व छात्रों की समस्याओं को लेकर राज्य की जनता के साथ लगातार लुका-छिपी का खेल खेल रही है. अपनी विफलता को छिपाने के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराना इनकी फितरत में शामिल हो गया है. जन समस्याओं को लेकर राज्य सरकार संवेदनहीन हो चुकी है. सरकार भेदभाव व तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है. झारखंड के बाहर फंसे लाखों मजदूरों, हजारों छात्रों, चिकित्सा के लिए राज्य से बाहर गए मरीजों और उनके परिजनों की समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए पार्टी ने एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम रखा है.