Vivah Shubh Muhurat 2021: बोकारो (सुनील तिवारी) : क्या आप 2021 में शादी-विवाह ठीक करने जा रहे हैं? अगर जवाब हां है, तो आप गरमी की छुट्टियों में डेट तय करें. कारण, मई 2021 में शादी-विवाह का सर्वाधिक 16 मुहूर्त्त हैं. इसके अलावा अप्रैल व जून में भी 08-08 शादी विवाह का मुहूर्त हैं. स्कूलों में गरमी की छुट्टियां मई-जून माह में ही होती हैं. 2021 में मई-जून में ही शादी-विवाह के अधिक मुहूर्त हैं.
बच्चों के स्कूल खुले रहने के कारण दर्जनों परिवार शादी-विवाह समारोह में शामिल नहीं हो पाते हैं. लेकिन, 2021 में ऐसे परिवार को इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. कारण, इस बार गरमी की छुट्टियों (मई-जून 2021) में हीं शादी-विवाह के अधिक मुहूर्त हैं. मतलब, इस बार शादी समारोह में शामिल होने में स्कूल बाधा नहीं बनेगा.
वर्ष 2020 में विवाह के लिए 11 दिसंबर को साल का आखिरी शुभ मुहूर्त रहेगा. इसके बाद अब अप्रैल, 2021 में ही विवाह के मुहूर्त रहेंगे. मतलब, दिसंबर के बाद अब अप्रैल में शहनाई बजेगी. 15 दिसंबर, 2020 को सूर्य के धनु राशि में आ जाने से खरमास शुरू हो जायेगा. 14 जनवरी 2021 तक खरमास रहेगा. इस दौरान विवाह के मुहूर्त नहीं होते.
इसके बाद 19 जनवरी को गुरु अस्त हो जायेगा, जो 16 फरवरी तक अस्त ही रहेगा. इस दौरान भी विवाह के लिए मुहूर्त नहीं रहेंगे. फिर 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त रहेगा. इस कारण 11 दिसंबर के बाद अगले चार महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं मिलेगा.
वर्ष 2020 में लगभग पूरे साल कोरोना ने शादी एवं बाराती पर पाबंदी लगा रखी थी. साल के अंत में नवंबर व दिसंबर में कुछ विवाह व धार्मिक अनुष्ठानों व रस्म-ओ-रिवाज से हुए, तो उन पर भी कोरोना प्रोटोकॉल हावी रहा. अब ज्योतिषीय गणना के अनुसार, वर्ष 2021 में शुरुआती चार महीनों में विवाह नहीं हो पायेंगे.
वर्ष 2021 में विवाह मुहूर्त 22 अप्रैल से शुरू होंगे. ज्योतिषाचार्य पंडित शिव कुमार शास्त्री ने बताया कि 2021 में खरमास, गुरु और सूर्य ग्रह के अस्त होने व अन्य कारणों से जनवरी से मार्च और अगस्त से अक्टूबर तक विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे.
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18 जनवरी के बाद बृहस्पति और शुक्र ग्रह के कारण साल के शुरुआती महीनों में शादी नहीं हो पायेगी.
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मकर संक्रांति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु तारा अस्त है. इस दौरान भी शादी नहीं होगी.
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16 फरवरी से ही शुक्र तारा के अस्त होने की वजह से विवाह नहीं होंगे. 17 अप्रैल तक यह स्थिति बनी रहेगी.
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22 अप्रैल के बाद से देवशयनी एकादशी 15 जुलाई तक विवाह के 37 विवाह मुहूर्त पड़ेंगे.
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15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए कुल 13 मुहूर्त होंगे.
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अप्रैल : 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29 और 30
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मई : 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29 और 30
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जून : 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23 और 24
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जुलाई : 1, 2, 7, 13 और 15
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नवंबर : 15, 16, 20, 21, 28, 29 और 30
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दिसंबर : 1, 2, 6, 7, 11 और 13
Posted By : Mithilesh Jha