BOKARO NEWS : आंदोलन के बाद भी रुकी नहीं छाई व कोल की ओवरलोड ट्रांसपोर्टिंग

BOKARO NEWS : फुसरो-जैनामोड़ मुख्य मार्ग में ओवरलोड छाई व कोल ट्रांसपोर्टिंग और इसके कारण होने वाला प्रदूषण रुक नहीं रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 27, 2024 10:36 PM

आकाश कर्मकार, फुसरो : फुसरो-जैनामोड़ मुख्य मार्ग में ओवरलोड छाई व कोल ट्रांसपोर्टिंग और इसके कारण होने वाला प्रदूषण ग्रामीणों के आंदोलन के बावजूद रुक नहीं रहा है. आंदोलन के बाद अधिकारियों ने लिखित आश्वासन दिया, लेकिन उस पर अमल होता दिख नहीं रहा है. डीवीसी की छाई और सीसीएल के कोयला की ओवरलोड ट्रांसपोर्टिंग से बोकारो थर्मल, कथारा, जारंगडीह, चार नंबर, गांधीनगर, डीवीसी, बेरमो सीम, सुभाषनगर, अमलो, फुसरो, नया रोड फुसरो, पिछरी, मानगो, तांतरी, तुपकाडीह, खुटरी और जैनामोड़ के आसपास रहने वाले हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं. कार्रवाई नहीं होता देख ग्रामीण फिर से आंदोलन करने की रणनीति बना रहे हैं. ग्रामीणों से अनुसार बैठक कर आंदोलन की तिथि की घोषणा की जायेगी. विदित हो कि ग्रामीणों ने 30 सितंबर से चक्का जाम आंदोलन शुरू किया गया था. अगले दिन ही पुलिस-प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था कि डीवीसी व सीसीएल के अधिकारियों की उपस्थिति में चार अक्टूबर को ग्रामीणों की वार्ता करा कर समस्या का समाधान निकाला जायेगा. इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन स्थगित कर दिया. चार अक्टूबर को ग्रामीण वार्ता के लिए फुसरो नगर परिषद कार्यालय के सभागार पहुंचे. लेकिन वरीय पदाधिकारी और सीसीएल व डीवीसी के अधिकारी ही नहीं आये. बाद में बेरमो सीओ संजीत कुमार सिंह ने ग्रामीणों को अपने कार्यालय में बुलाकर लिखित आश्वासन दिया था. इसमें बेरमो कोयला तथा छाई की ट्रांसपोर्टिंग में राज्य सरकार के मानदंडों का अनुपालन कराने, ओवर लोडिंग ट्रांसपोर्टिंग बंद कराने, निर्धारित स्पीड का अनुपालन कराने, वाहन एवं माल से संबंधित वैध दस्तावेज रूट चार्ट की भी एक प्रति एवं फिटनेस सर्टिफिकेट वाहन में लेकर चलने, वाहनों के आगे पीछे वाहन संख्या लगवाने की सहमति बनी थी. ग्रामीणों ने फुसरो से जैनामोड़ के बीच कई घनी बस्ती से हो रही ट्रांसपोर्टिंग की जगह वैकल्पिक मार्ग का चयन कराने की मांग की थी. इस पर तीन दिनों के अंदर संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विधि सम्मत कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया था. ग्रामीणों ने संबंधित ट्रांसपाेर्टर व कंपनी से दिन में तीन बार सड़क पर पानी का छिडकाव तथा सफाई कराने और शाम छह बजे से रात नौ बजे तक मालवाहक वाहनों के लिए नो इंट्री कराने की मांग की थी. लेकिन आश्वासन के बाद भी मांगों पर पहल नहीं हुई. इसके कारण 15 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन चक्काजाम आंदोलन शुरू किया गया था. लेकिन उसी दिन विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ आचार संहिता लगने के कारण आंदोलन को वापस ले लिया. वहीं आंदोलन करने वाले 13 ग्रामीणों को बेरमो एसडीएम ने नोटिस जारी किया था. ग्रामीण गुल्लू मिश्रा, सूरज महतो, आशीष पाल, देवीदास, बजरंगी मिश्रा, संजय मल्लाह, राकेश मिश्रा, ब्रजेश मिश्रा, संजय मिश्रा, भोला महतो, देवीन मल्लाह, प्रकाश मल्लाह व बिनोद साव ने 18 अक्टूबर को नोटिस का जवाब भी दिया था. विधानसभा चुनाव के कारण ओवरलोड ट्रांसपोर्टिंग रोकने की दिशा में कार्य नहीं हो पाया. अब चुनाव खत्म हुआ है और इस पर कार्य किया जायेगा. ग्रामीणों को दिये गये आश्वासन पर पहल की जायेगी. ओवरलोड चलाने वाले एक-एक ट्रांसपोर्टर को चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी. संजीत कुमार सिंह, सीओ, बेरमो

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