बोकारो थर्मल. बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के 500 मेगावाट वाले ए पावर प्लांट (बीटीपीएस) से सोमवार को दूसरे दिन भी जलसंकट के कारण विद्युत उत्पादन बंद रहा. डीवीसी मुख्यालय के निर्देश पर बोकारो थर्मल में कार्यरत रहे पूर्व अभियंताओंं की एक टीम को समस्या का निराकरण करने के लिए भेजा गया है. टीम का नेतृत्व चंद्रपुरा के वरीय जीएम आरपी साह व बोकारो थर्मल एफजीडी के वरीय जीएम एसएन प्रसाद कर रहे हैं. टीम में पंचेत के सिविल अभियंता कुंदन कुमार, चंद्रपुरा के मो मुजासा अंसारी, मेजिया के बलवंत यादव शामिल हैं. सोमवार को भी इंटेक में कोनार नदी से पानी लाने का प्रयास सफल नहीं हो पाया. बैराज के टूट कर बह गये दो गेटों की मरम्मत को लेकर पोकलेन मशीन उतारी गयी. लेकिन कीचड़ ज्यादा होने के कारण पोकलेन मशीन आगे नहीं जा सकी और कार्य नहीं किया जा सका. अभियंताओं की टीम के अलावा स्थानीय एचओपी आनंद मोहन प्रसाद, एफजीडी के वरीय जीएम एसएन प्रसाद, जीएम ओएंडएम एस भट्टाचार्य समस्या के निराकरण को लेकर बैठक कर रहे हैं. इधर, चौथे दिन भी कॉलोनीवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ा. दिन में एक बार दस मिनट के लिए पानी की सप्लाई की जा रही है. इससे कॉलोनीवासियों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है.
डीजीएम के आश्वासन पर घेराव आंदोलन स्थगित
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी की आवासीय कॉलोनी में कई दिनों से व्याप्त बिजली व पानी संकट को लेकर यूनियनों द्वारा सोमवार को किया जाने वाला एचओपी का घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. डीवीसी के डीजीएम बीजी होलकर को यूनियनों के प्रतिनिधियों से बात की और कहा कि दो दिनों की मोहलत दी जाये, समस्याओं का समाधान कर लिया जायेगा. इसके बाद यूनियनों के प्रतिनिधियों ने घेराव कार्यक्रम स्थगित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है