आंधी से टूटे पेड़ और पोल, कहीं 12, कहीं 20 घंटे रही बिजली गुल
आंधी से टूटे पेड़ और पोल, कहीं 12, कहीं 20 घंटे रही बिजली गुल
बोकारो. शनिवार को बारिश के साथ आयी आंधी से माराफारी क्षेत्र के रितुडीह, बीएसएल झोपड़ी, बीएसएल एलएच, सोनाटांड़, बारी को ऑपरेटिव कॉलोनी, आजाद नगर, उकरीद, चास, चीराचास सहित विभिन्न सेक्टरों में जनजीवन प्रभावित हुआ है. हालांकि, जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली के खंभे और पेड़ टूट कर गिर गये. इससे किसी क्षेत्र में 12 तो कहीं 20 घंटे बिजली गुल रही. बिजली नहीं रहने से लोग पानी के लिए भी परेशान रहे. कुछ लोग अपने-अपने घरों में जेनेरेटर के माध्यम से पानी की व्यवस्था करते दिखे. रविवार को दिन 11 बजे बिजली आयी भी तो इसके बाद आना- जाना लगा रहा. मोबाइल चार्ज करने के लिए भी लोग वैकल्पिक साधन ढूंढते नजर आये. बिजली दुरुस्त में जुटे रहे बिजली कर्मी रविवार की सुबह से ही बिजली कर्मचारी बिजली लाइनों को दुरुस्त करने के काम जुट गये. कुछ इलाकों में तो सुबह 11 बजे तक बिजली की सप्लाई बहाल हो गयी, लेकिन कुछ इलाकों में देर शाम तक भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुचारू नहीं हो पायी थी. बिजली कर्मचारी काम पर जुटे थे. जिले में आंधी से कितने पोल टूटे हैं, विभाग इसका आंकलन कर रहा है. आंधी से सड़कों पर पेड़ टूट कर गिरने से कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई. उपायुक्त को लिखा पत्र बोकारो स्टील रिटायर्ड एम्प्लाइज एसोसिएशन के महामंत्री रामअगर सिंह ने केके सिंह कॉलोनी, चीराचास में बिजली की आपूर्ति ठप होने पर उपायुक्त को पत्र लिखा है. इसमें कहा कि शनिवार की आंधी-बारिश के बाद से इलाके में बिजली गुल है. घरों का इन्वर्टर भी जवाब दे चुका है. फ्रीज में रखे दूध और सब्जी खराब हो रहे है. पानी की सप्लाई भी नहीं हो रही है. संबंधित विभाग के अधिकारी से एसोसिएशन के उदय शर्मा ने बात की तो उनका कहना था कि बिजली ठीक होने में दो-तीन दिन लग सकता है. आंधी से दो ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं.
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