Prabhat Khabar Special: झारखंड के इस गांव की गोभी के मुरीद हैं सऊदी अरब के लोग
बोकारो जिला अंतर्गत कसमार प्रखंड के गावों की गोभी इनदिनों सऊदी अरब में खूब पसंद की जा रही है. मदर डेयरी के जरिये हर दिन इस प्रखंड क्षेत्र के जम्हार और चंडीपुर की 25 क्विंटल गोभी सऊदी अरब पहुंच रही है. इससे क्षेत्र के किसानों को अच्छा बाजार मिल रहा है, वहीं अच्छी आमदनी भी हो रही है.
Prabhat Khabar Special: खाड़ी देश सऊदी अरब के लोग बोकारो जिला अंतर्गत कसमार प्रखंड के जम्हार और चंडीपुर की गोभी खा रहे हैं. पिछले 15 दिनों से यहां की गोभी रांची के नगड़ी स्थित मदर डेयरी के जरिये वहां पहुंचायी जा रही है. हर दिन करीब 25 क्विंटल गोभी की आपूर्ति हो रही है. जम्हार के रहनेवाले मदर डेयरी के वेंडर संतोष कुमार किसानों से गोभी संग्रहित कर कंपनी तक पहुंचाते हैं. संतोष कहते हैं कि अभी केवल गोभी की आपूर्ति हो रही है. आनेवाले दिनों में अन्य सब्जियां भी भेजी जायेंगी. दोनों गांवों के दर्जनों किसानों को इसका फायदा हो रहा है.
सऊदी अरब समेत अन्य देशों में गोभी की आपूर्ति
क्षेत्र के किसानों को स्थानीय बाजारों के मुकाबले अधिक फायदा हो रहा है. स्थानीय बाजारों में इन दिनों प्रति किलो मात्र तीन-चार रुपये गोभी बिक रही है, जबकि मदर डेयरी में इसकी आपूर्ति सात रुपये प्रति किलो की दर से हो रही है. गांव से मिनी ट्रक पर मदर डेयरी पहुंचायी जा रही गोभी फ्रेश करने के बाद पैकिंग कर सऊदी अरब समेत अन्य देशों में भेजी जा रही है.
नये बाजार से खुश हैं किसान
कसमार के बीटीएम सुरेश रजक कहते हैं कि हमारी कोशिश होगी कि निकट भविष्य में कसमार में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिले, क्योंकि विदेशों में ऑर्गेनिक सब्जियों की काफी डिमांड है. इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है. नया बाजार मिलने से यहां के किसान काफी खुश हैं. चंडीपुर और जम्हार गांव में बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती होती है.
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बड़े पैमाने पर उपजायी जाती हैं सब्जियां
क्षेत्र के किसान कहते हैं कि मौसम धोखा न दे, तो इन दोनों गांवों में हर साल करीब 40 से 50 हजार क्विंटल फूल गोभी और करीब 30 हजार क्विंटल पत्ता गोभी पैदा होती है. करीब 20 हजार क्विंटल टमाटर, करीब 25 हजार क्विंटल आलू, करीब 105 हजार क्विंटल प्याज तथा करीब 10-10 हजार क्विंटल करेला एवं तरबूज की भी उपज होती है. इसके अलावा कद्दू, मिर्ची, खीरा, झींगा, धनिया पत्ता, बिट, गाजर समेत अन्य सभी तरह की सब्जियों का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है.
रिपोर्ट : दीपक सवाल, कसमार, बोकारो.