President Election 2022: दे आर डिफरेंटली एबल्ड. आई विश देम अ हेल्दी, लवली एंड सक्सेसफुल लाइफ अहेड… भारत की 15वीं सह पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के ये शब्द गुरुवार (21 जुलाई, 2022) को बोकारो ने याद किया. श्रीमती मुर्मू 28 जनवरी, 2017 को एकदिवसीय दौरे पर बोकारो आयी थीं. एकदिवसीय दौरे में आशा लता सेक्टर- 05 सहित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुई थी. उक्त बातें उन्होंने सेक्टर पांच स्थित आशा लता में कही थी. उन्होंने आशा लता के शिक्षण पद्धति के बारे में जानकारी प्राप्त की थी. साथ ही, दिव्यांग बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के बाद कहा था कि मैं परमपिता से इनके स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हूं. इनके कला प्रदर्शन से मैं अभिभूत हुई.
प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़ी यादें की थी ताजा
आशा लता में आयोजित कार्यक्रम के पहले द्रौपदी मुर्मू सेक्टर-4 स्थित प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में शामिल हुई थी. उक्त कार्यक्रम में उन्होंने ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़ी अपनी यादें ताजा की थी. शांति को दुनिया का उत्तम मार्ग बताया था. एकदिवसीय दौरे में वह पेटरवार स्थित कस्तूरबा विद्यालय, ओएनजीसी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई थीं. उनके राष्ट्रपति बनने की खबर के बाद बोकारो से उनकी जुड़ी यादें एक बार फिर ताजा हो गयी है.
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द्रौपदी मुर्मू ने बच्चों संग अच्छा समय बिताया था
आशा लता के निदेशक बीएस जायसवाल ने गुरुवार को उनके आगमन की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने बच्चों के साथ अच्छा समय बिताया था. बच्चों के साथ वह और उनके साथ बच्चे घुल-मिल गये थे.
रिपोर्टर : सुनील तिवारी, बोकारो.