BOKARO NEWS : बीएसएल में व्यावसायिक जहाज के लिए विशेष इस्पात का उत्पादन
BOKARO NEWS : व्यावसायिक जहाज के लिए बीएसएल में एबीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स का हो रहा है उत्पादन
BOKARO NEWS : सुनील तिवारी, बोकारो. देश की जो भी सरकारी कंपनियां व्यावसायिक जहाज बना रही हैं, उसके स्टील की आपूर्ति के लिए बोकारो स्टील प्लांट-बीएसएल ही एकमात्र विकल्प है. बीएसएल को ही इस मानक का इस्पात बनाने का प्रमाणपत्र मिला है. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत यह बड़ी सफलता है. अब तक देश की नौसेना व अन्य सामरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए बीएसएल में इस्पात बनता था. इस नये ग्रेड के इस्पात के निर्माण से सेल को नया बाजार मिला है. अब तक इस प्रकार का इस्पात दूसरे देशों से आयात होता था.
आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देते हुए बीएसएल व्यावसायिक जहाज के लिए विशेष इस्पात बना रहा है. इससे पहले पानी का जहाज बनाने के लिए विदेश से स्टील मंगाया जाता था. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड- सेल में ऐसा इस्पात बनाने वाली बीएसएल पहली इकाई है. फरवरी 2024 में बीएसएल को अमेरिकन ब्यूरो आफ शिपिंग (एबीएस) और इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (आईआरएस) से ‘सामान्य व उच्च शक्ति वाले जहाज निर्माण के लिए उपयुक्त गुणवत्ता वाले स्टील’ का प्रमाणन प्राप्त हुआ.युद्धपोत के लिए हो रहा है डीएमआर-249 ग्रेड के इस्पात का उत्पादन :
बोकारो स्टील प्लांट नौसेना के उपयोग के लिए जहाज बनाने वाली भारत सरकार की कंपनियों को विशेष प्रकार का इस्पात की आपूर्ति करता रहा है. यहां युद्धपोत के लिए डीएमआर-249 ग्रेड के इस्पात का उत्पादन होता रहा है. व्यावसायिक जहाज के लिए एबीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स की आवश्यकता होती है, जिसका उत्पादन सेल में नहीं होता था. अमेरिकन मानक ब्यूरो की मान्यता मिलने के बाद बीएसएल में काम शुरू हुआ. एबीएस श्रेणी का इस्पात अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप होता है, जो पानी के जहाज के निर्माण में काम आता है.बीएसएल से वाणिज्यिक जहाजों के लिए स्टील की लगातार की जा रही है आपूर्ति :
बीएसएल में एबीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स के उत्पादन से अपना देश तो आत्मनिर्भर होगा. साथ ही उन देशों को भी इस श्रेणी के इस्पात का निर्यात कर सकेगा, जो सामान्य और उच्च शक्ति वाले पानी के जहाज का निर्माण करते हैं. बीएसएल पनडुब्बियों, फ्रिगेट्स, डाइविंग सपोर्ट वेसल (डीएसवी) नौ सैनिक युद्ध उपकरणों के लिए स्टील की आपूर्ति करता है. नये प्रमाणीकरण के बाद बीएसएल से वाणिज्यिक जहाजों के लिए स्टील की आपूर्ति भी लगातार की जा रही है, जिससे बीएसएल की साख बढ़ी है.हाट रोल्ड क्वायल से बनने वाले जहाज लंबे समय तक समुद्र में रहने के बाद भी नहीं होते खराब :
4-10 मिलीमीटर मोटाई तथा 1100-1800 मिलीमीटर चौड़ाई के हाट रोल्ड क्वायल से बनने वाले जहाज लंबे समय तक समुद्र में रहने के बाद भी खराब नहीं होते हैं. यह हल्के होने के बावजूद काफी मजबूत होते हैं. बीएसएल को एबीएस व आइआरएस ने फरवरी-24 में कार्य निर्माण की मान्यता प्रदान की है. पहली बार बीएसएल को बीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स के लिए मेसर्स गोवा शिपयार्ड लिमिटेड से कार्यादेश मिला. इसके बाद सेल कार्पोरेट कार्यालय के निर्देश पर बीएसएल में पहल प्रारंभ हुई और उत्पादन शुरू हुआ.एबीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स की कई बड़ी कंपनियां हैं खरीदार :
बीएसएल में एबीएस ग्रेड शीट्स व प्लेट्स का उत्पादन हो रहा है, जिसकी खरीदार भारत सरकार की कंपनियां कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, गोआ शिपयार्ड लिमिटेड, नौसेना डाकयार्ड, बाम्बे डाकयार्ड, मझगांव डाक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड आदि हैं. बीएसएल प्लांट बाजार के अनुरूप अपने को समय-समय पर अप-टू-डेट करता रहता है. बाजार में जिस प्रकार के स्टील की डिमांड होती है, बीएसएल उस तरह के स्टील के उत्पादन में जुट जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है