बीएसएल सहित सेल कर्मियों को 40,500 से ज्यादा बोनस भुगतान की मांग को ले ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के चारों घटक मंगलवार को सड़क पर उतरे. आंदोलन के दूसरे चरण में बोकारो स्टील प्लांट गोलंबर पर हल्ला बोल प्रदर्शन किया गया. वक्ताओं ने कहा : आंदोलन प्लांट में शुरू हुआ है, जो अब बढ़ कर हड़ताल तक जायेगा. सभा की अध्यक्षता इंटक के नेता वीरेंद्र नाथ चौबे ने किया. वक्ताओं ने कहा : जब भी मजदूरों को बोनस देने की बात आती है, तो सेल प्रबंधन नये-नये हथकंडे अपनाती है, ताकि कम से कम पैसा मजदूरों को मिल सके. सेल प्रबंधन बिल्कुल ही संवेदनहीन हो चुका है. सेल के इतिहास में यह पहली बार ऐसा हुआ है कि इस्पात मजदूरों के वेज रिवीजन पर मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग बने हुए दो साल गुजर गये, लेकिन अभी तक एग्रीमेंट नहीं हो सका, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
वक्ताओं ने क्या कहा
नाइट शिफ्ट एलाउंस के साथ दूसरे अलाउंस पर फैसला अभी तक नहीं हो सका है. प्रबंधन एकतरफा फैसला कर ग्रेच्युटी पर सीलिंग लगती है. सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि उत्पादन व उत्पादकता में बराबर के हकदार ठेका मजदूर का वेज रिवीजन, गेट पास की सुरक्षा अन्य सुविधाओं पर फैसला नहीं करना चाहती. दूसरी ओर, अधिकारियों को देने के लिए पीआरपी के नाम पर खुली छूट दे रखी है. अधिकारियों पर लाखों रुपया खर्च करने में किसी तरह का बोझ नही आता है और मजदूरों को बोनस देने के समय घाटा का रोना रोया जाता है. नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा : समय रहते बोनस व वेज रिवीजन का बकाया एरियर पर फैसला प्रबंधन कर दे नहीं तो मोर्चा हड़ताल पर चला जायेगा. मुख्य रूप से इंटक के वीरेंद्र नाथ चौबे, बीएन उपाध्याय, एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, सतेंद्र कुमार, सीटू के बीडी प्रसाद, आरके गोराई, क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ-एचएमएस के राजेंद्र सिंह व अरुण कुमार उपस्थित थे.
मोर्चा की ये है मांग
40,500 से ज्यादा बोनस का भुगतान, 39 माह का एरियर का भुगतान, पर्क्स एरियर का भुगतान अप्रैल 2020 से, नाइट शिफ्ट अलाउंस, मकान भाड़ा भत्ता में बढ़ोतरी, ठेका मजदूरों का वेज रिवीजन के साथ-साथ जॉब सिक्योरिटी, आरआइएनएल के मजदूरों को भी वेज रिवीजन का भुगतान, ग्रेच्यूटी पर से सीलिंग समाप्त, वेतन समझौता आंदोलन में भागीदारी के कारण बीएसएल से बाहर ट्रांसफर मजदूरों को वापस करो, हाउस पर्क्विजिट पर 50 प्रतिशत इनकम टैक्स रिबेट.
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