Hit and Run Law: हड़ताल पर ट्रक चालक, झारखंड में गहरा सकता है घरेलू गैस का संकट
देशभर में नये ‘हिट एंड रन कानून’ का विरोध हो रहा है. झारखंड में भी इसका असर देखा जा रहा है. हड़ताल जारी रहने और ट्रकों के डीलरों तक नहीं पहुंचने पर रांची सहित पूरे राज्य में घरेलू गैस का संकट गहराने की संभावना है.
रांची/मेदिनीनगर/बरही/धनबाद/गिरिडीह/बोकारो. केंद्र सरकार की ओर से लागू किये गये नये ‘हिट एंड रन कानून’ के विरोध में बस-ट्रक व अन्य वाहनों के चालक और संबंधित एसोसिएशन एक से तीन जनवरी तक के लिए हड़ताल पर चले गये हैं. जमशेदपुर, बोकारो व बरही स्थित गैस बॉटलिंग प्लांट के ड्राइवर भी इस हड़ताल में शामिल हो गये हैं. इस हड़ताल के कारण बॉटलिंग प्लांट से एक जनवरी को एक भी ट्रक पर न तो सिलिंडर लोड हुए और न ही एक भी ट्रक प्लांट से बाहर निकले. हड़ताल जारी रहने और ट्रकों के डीलरों तक नहीं पहुंचने पर रांची सहित पूरे राज्य में घरेलू गैस का संकट गहराने की संभावना है.
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झारखंड के तीन बॉटलिंग प्लांटों के ट्रांसपोर्टर और ड्राइवर तीन जनवरी तक के लिए हड़ताल पर गये
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रांची में तीन कंपनियों के प्रतिदिन 50 ट्रक सिलिंडर की खपत, पेट्रोल-डीजल पर भी पड़ सकता है असर
गौरतलब है कि रांची में आइओसी के प्रतिदिन लगभग 35 ट्रक, एचपी के प्रतिदिन करीब 10 ट्रक और भारत पेट्रोलियम में प्रतिदिन पांच ट्रक सिलिंडर प्लांट से आते हैं. कुल 50 ट्रक में लगभग 18 हजार भरे हुए सिलिंडर की रांची में खपत है. इन कंपनियों के डीलर तीन तक लगातार हड़ताल रहने व प्रतिदिन सिलिंडर नहीं पहुंचने को लेकर चिंतित हैं. ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर फेडरेशन के उपाध्यक्ष राजेंद्र जीवासिया व झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष जयंत कुमार चौहान के अनुसार ट्रांसपोर्टरों व ड्राइवरों की हड़ताल तीन तक चलने पर घरेलू गैस का संकट गहराने की संभावना है. उधर, इस कानून के विरोध में ट्रांसपोर्टर व ड्राइवर की हड़ताल का असर पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति पर भी पड़ सकता है.
राज्य भर में दिख रहा है हड़ताल का असर
दरअसल संशोधित हिट एंड रन कानून के तहत सड़क हादसे के लिए जिम्मेदार पाये गये चालक पर पांच से सात लाख रुपये तक जुर्माना और 10 साल तक की कैद की सजा का प्रावधान किया गया है. वाहन चालक इसी का विरोध कर रहे हैं. मेदिनीनगर में बस व पिकअप वैन के चालकों ने हड़ताल के पहले दिन सोमवार को जुलूस निकालकर इस कानून का विरोध किया. हड़ताल के कारण बसों का परिचालन ठप रहा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई. रंका में चालकों ने दो घंटे के लिए एनएच-343 को जाम रखा. उधर, बरही में स्थानीय ट्रक चालकों ने अपने वाहन के साथ सुबह पंचमाध के पास जीटी रोड को जाम कर दिया. हड़ताल की वजह से जीटी रोड, एनएच-33 व एनएच-31 पर सन्नाटा रहा. धनबाद के तोपचांची स्थित साहोबहियार मोड़ पर जीटी रोड को ड्राइवर व अन्य संगठनों ने करीब डेढ़ घंटे के लिए जाम कर दिया. बोकारो में नयामोड़ पर वाहन मालिक, चालक व उप-चालकों ने विरोध-प्रदर्शन किया. नाराज वाहन चालकों ने सड़क पर ट्रकों की कतार लगा दी. हड़ताल का असर बोकारो के कथारा क्षेत्र में भी रहा. कथारा, जारंगडीह, गोविंदपुर स्वांग कोलियरी में कोयला व ओबीआर की ट्रांसपोर्टिंग ठप रही. मुख्य सड़कों पर ट्रकों का आवागमन ठप रहा.