बेरमो. दो दिनों की मूसलाधार बारिश का असर सीसीएल के कोयला उत्पादन पर भी पड़ा है. शुक्रवार को सीसीएल का उत्पादन मात्र 46.2 ( 46 हजार 200 टन) रहा, लक्ष्य 2 लाख 12 हजार टन का था. सीसीएल के आम्रपाली-चंद्रगुप्त एरिया ने 10.0, मगध-संघमित्रा ने 10.1, पिपरवार ने 10.4, एनके ने 8, रजहरा ने 0.9, बरका सयाल ने 3.3, अरगड्डा ने 2.4, कुजू ने 1.2, हजारीबाग ने 3.3, रजरप्पा ने 0.5, बीएंडके ने 0.6, गिरिडीह ने 0.3, ढोरी ने 1.2 और कथारा एरिया ने 1.2 टन उत्पादन किया.
निदेशक तकनीकी ने कथारा क्षेत्र का किया निरीक्षण
कथारा. सीसीएल कथारा क्षेत्र की कई माइंस का निरीक्षण शनिवार को डीटी पीएंडपी सतीश झा ने क्षेत्र के जीएम संजय कुमार के साथ किया. दो दिनों की लगातार बारिश को देखते हुए सेफ्टी के दृष्टिकोण से कई बिंदुओं पर जानकारी ली. स्वांग-गोविंदपुर फेज टू माइंस पहुंचे और मोर्टिको नाला के पास सीपेज के कारण घुस रहे पानी को रोकने को लेकर अधिकारियों को अविलंब त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके बाद कथारा व जारंगडीह माइंस पहुंचे और पानी लेबल को देखा. मशीनों को पानी लेवल से दूर रख कर उत्पादन करने का निर्देश दिया. मौके पर एसओ माइनिंग विनोद कुमार सहित क्षेत्र के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है