राजीव गांधी का बेरमो के इंटक नेता बिंदेश्वरी दुबे से था गहरा लगाव
राजीव गांधी का बेरमो के इंटक नेता बिंदेश्वरी दुबे से था गहरा लगाव
पुण्यतिथि आज बेरमो. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या 21 मई 1991 को कर दी गयी थी. गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से उनका गहरा लगाव रहा. यहां के कई कांग्रेस नेताओं को वह नाम से जानते थे. यहां के कई नेता पीएमओ हाउस जाकर उनसे बेहिचक मिलते थे. बेरमो के इंटक नेता व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बिंदेश्वरी दुबे को भी राजीव गांधी सम्मान देते थे. उनके प्रधानमंत्री रहते बिंदेश्वरी दुबे को वर्ष 1988-89 में केंद्रीय श्रम व कानून मंत्री बनाया गया था. झामुमो के राज्यसभा सांसद डॉ सरफराज अहमद से भी करीबी रिश्ते राजीव गांधी के साथ रहे. डॉ अहमद कई वर्षों तक एआइसीसी में रहे. राजीव गांधी ने सरफराज अहमद के घर खाना भी खाया था. राजीव गांधी गिरिडीह तीन बार आये थे. एक बार आम सभा को संबोधित किया तथा दो बार कांग्रेस की बैठक में शिरकत की थी. बेरमो के कांग्रेस नेता स्व कृष्ण मुरारी पांडेय (पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के पिता) ने भी दो-तीन बार राजीव गांधी से पीएम आवास में जाकर मुलाकात की थी. इसके अलावा बाघमारा के कांग्रेस व इंटक नेता ओपी लाल, बेरमो के इंटक नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह व टुंडी के उदय कुमार सिंह ने भी कई दफा राजीव गांधी से मुलाकात की थी. वर्ष 1984 में जब डॉ सरफराज अहमद गिरिडीह से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे. उस वक्त डॉ अहमद के समर्थन में राजीव गांधी गिरिडीह में चुनावी सभा को संबोधित करने आये थे. सभा खत्म होने के बाद वह गिरिडीह एयरपोर्ट से पैदल डॉ सरफराज के घर चले गये. उनके पिता हाजी मोईनुद्दीन अहमद व माता खुर्शिदा अहमद का पैर छूकर आशीर्वाद लिया. उनसे कहा था कि आपका बेटा इस चुनाव में जीते या हारे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. दिल्ली साउथ ब्लॉक में वह मेरे बगल में ही बैठेगा. केएम पांडेय ने मांगा था गिरिडीह से टिकट राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते वर्ष 1988-89 में बेरमो के कांग्रेस नेता कृष्ण मुरारी पांडेय ने डॉ सरफराज अहमद के साथ दिल्ली जाकर राजीव गांधी से मुलाकात की थी. राजीव गांधी ने लगभग आधा घंटे तक उनसे पार्टी व संगठन पर चर्चा की. जब मुरारी पांडेय ने आगामी लोकसभा चुनाव में गिरिडीह से कांग्रेस का टिकट मांगा तो राजीव गांधी ने कहा कि सरफराज आपके नेता हैं. इनके साथ मिल कर संगठन को मजबूत बनाएं. समय आने पर सोचेंगे. रामदास सिंह की सादगी की तारीफ वर्ष 1989 में बेरमो के भाजपा नेता रामदास सिंह गिरिडीह के सांसद थे. उस वक्त वह 11 सांसदों की संसदीय कमेटी के साथ रूस गये थे. बतौर प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सभी के लौटने के बाद आवास बुलाकर स्वागत किया था. राजीव गांधी ने रामदास सिंह के सादगी भरे जीवन के बारे में सुन कर उनकी तारीफ की थी.
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