बोकारो : दुष्कर्म की शिकार मानसिक दिव्यांग किशोरी ने दिया बच्चे को जन्म
बोकारो से तलगड़िया को जोड़ने वाली टीटी लाइन में शुक्रवार की रात करीब आठ बजे एक मालगाड़ी की चपेट में आकर 11 मवेशियों की जान चली गयी. बताया जाता है कि मालगाड़ी बांधडीह साइट से बोकारो की ओर आ रही थी.
बोकारो : जरीडीह थाना क्षेत्र में दुष्कर्म की शिकार मानसिक दिव्यांग किशोरी ने बच्चे काे जन्म दिया है. 60 वर्षीय वृद्ध अमीन सिंह पर बच्ची से ज्यादती करने का आरोप है. इस संबंध में दो माह पूर्व उस पर जरीडीह थाना में मामला दर्ज किया गया था, किंतु अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने यौन हिंसा का मामला दर्ज किया है. पॉक्सो एक्ट नहीं लगाये जाने से आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो रही है. थाना में दर्ज शिकायत के अनुसार, लड़की की उम्र 17 वर्ष है. वह मानसिक रूप से दिव्यांग है. आरोप है कि गांव का अमीन सिंह लड़की को घर में अकेली पाकर लगातार एक साल से डरा-धमका कर दुष्कर्म कर रहा था. पीड़िता के पिता ने बताया कि वह और उसका पुत्र मजदूरी करने चले जाते थे. इसके बाद अमन सिंह उसके घर आकर उसकी बच्ची से दुष्कर्म करता. पीड़िता की मां भी मानसिक दिव्यांग है. इसी क्रम में वह गर्भवती हो गयी. 20 दिसंबर को किशोरी ने नवजात को जन्म दिया.
मालगाड़ी की चपेट में आने से 11 मवेशी मरे
बोकारो से तलगड़िया को जोड़ने वाली टीटी लाइन में शुक्रवार की रात करीब आठ बजे एक मालगाड़ी की चपेट में आकर 11 मवेशियों की जान चली गयी. बताया जाता है कि मालगाड़ी बांधडीह साइट से बोकारो की ओर आ रही थी. इसी दौरान बोदरोटांड़ के निकट पोल संख्या 355 के आसपास 11 भैंसें रेलवे ट्रैक पर पहुंची. इससे पहले की ट्रेन चालक कंट्रोल कर पाता घटना हो गयी. इस घटना के बाद आनन-फानन में रेलवे ट्रैक से मृत मवेशियों को हटाकर रेलवे रूट को सुचारू किया गया. वहीं घटना की सूचना पर दो रेलवे ट्रैक के बीच बसे मवेशी पालकों दावेदारी करने से बचते रहे. इधर झामुमो युवा मोर्चा नेता सौरभ भट्ट ने कहा कि दुधारु पशुओं की मौत होने से पशुपालक चिंतित है. रेलवे को इस बाबत मुआवजा देना चाहिए.
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