बोकारो : एक ओर पूरा देश कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने की कोशिशों में जुटा है, तो दूसरी तरफ ऐसी लापरवाही सामने आयी है, जो लोगों की सेहत से खिलवाड़ है. बोकारो जिला के रिहायशी इलाके में खुले में रैपिड टेस्ट किट और एंटीजन किट को जलाया गया है. बोकारो स्थित एएनएम स्कूल और एएनएम ट्रेनिंग के सामने किट को जला दिया गया.
इस संबंध में जब जिम्मेवार पदाधिकारियों से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उनकी अनुपस्थिति में ऐसा हुआ है. आगे से ऐसा नहीं होगा. बोकारो के सिविल सर्जन डॉ एके पाठक का कहना है कि रैपिड व एंटीजन किट के डिस्पोजल की अलग व्यवस्था की गयी है. इन सभी किट को कलेक्ट करके ले जाया जाता है, फिर उसका डिस्पोजल किया जाता है.
सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि इस तरह की घटना ‘प्रभात खबर’ ने उनके संज्ञान में दिया है, वह इसकी जांच करवायेंगे. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अब इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी. ज्ञात हो कि बोकारो के एएनएम स्कूल और एएनएम ट्रेनिंग सेंटर के सामने रैपिड टेस्ट किट और एंटीजन किट को जलाया गया.
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जिस रिहायशी इलाके में इन किट्स को जलाया गया, उससे कुछ ही दूरी पर सदर अस्पताल है. ‘प्रभात खबर’ के रिपोर्टर ने इस दृश्य का वीडियो बनाना शुरू किया, उस समय मौके पर मौजूद सफाईकर्मी बचे हुए किट को झाड़ू लगाकर आग में डाल रहा था. ऐसे किट को दो-दो जगह पर खुले में जलाया जा रहा था.
एएनएम स्कूल में जांच के बाद रखे रैपिड और एंटीजन किट की देख-रेख करने वाले सुपरवाइजर ने कहा कि वह जब वहां नहीं थे, तब इसे जलाया गया. उन्होंने गलती स्वीकार की और कहा कि आगे से कभी ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लोगों को नुकसान हो सकता है.
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Posted By : Mithilesh Jha