Bokaro News : विरोध के बीच बरवाबेड़ा गांव के लोगों के पुनर्वास का काम शुरू

Bokaro News : पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की, सीआइएसएफ की मौजूदगी में सीओ ने शुरू करायी शिफ्टिंग

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 12:45 AM
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Bokaro News : सीसीएल के बोकारो-करगली एरिया अंतर्गत एकेके माइंस विस्तार को लेकर एरिया के कारो स्पेशल फेज दो में बरवाबेड़ा गांव के लोगों की शिफ्टिंग का कार्य मंगलवार को रैयत विस्थापितों के भारी विरोध के बीच शुरू हुआ. गोविंदपुर, राजा बाजार, नूरी नगर एवं नयी बस्ती के विस्थापितों के विरोध, हंगामे एवं सीआइएसएफ-पुलिस के साथ नोक-झोंंक के बाद बेरमो सीओ संजीत कुमार के निर्देश पर जेसीबी से पुनर्वास कार्य शुरू कराया गया. इसके पूर्व बरवाबेड़ा गांव के लोग पुनर्वास को लेकर सीसीएल कारो स्पेशल फेज दो के पुनर्वास स्थल पर पहुंचे थे. पूर्व की घटनाओं को लेकर रैयतों के विरोध का अंदेशा सीसीएल प्रबंधन एवं बेरमो सीओ को भी था. इसलिए डीसी विजया जाधव के निर्देश पर बेरमो सीओ संजीत कुमार को बतौर दंडाधिकारी नियुक्त किया गया था. साथ ही बोकारो-करगली के जीएम चितरंजन कुमार, लैंड मामलों के अधिकारी बीके ठाकुर, सीआइएसएफ के डिप्टी कमांडेंट, अधिकारी एवं जवान सहित बोकारो थर्मल थाना के इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह, अनि भागीरथ महतो, सअनि अरविंद मेहता, पेंक नारायणपुर एवं कथारा ओपी के पुलिस पदाधिकारी, बोकारो केंद्र से काफी संख्या में जवान तथा सीसीएल बोकारो-करगली एरिया के सीआइएसएफ के काफी संख्या में जवान एवं अधिकारी मुस्तैद थे. जबकि विस्थापित रैयतों की ओर से अध्यक्ष डॉ दशरथ महतो, जानकी महतो, मुमताज अंसारी, रोशन आरा, शशि कुमार महतो, फलजीत महतो, बिजय सिंह, दिलीप यादव, धनेश्वर यादव, सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र यादव, जिप सदस्य शहजादी बानो, जगेश्वर महतो सहित कई लोग थे. सीसीएल के अधिकारियों ने पुनर्वास को लेकर जमीन की खुदाई को लेकर तीन जेसीबी भी लाकर रखा था. सीसीएल अधिकारियों एवं कर्मियों ने जीएम एवं बेरमो सीओ की मौजूदगी में जैसे ही जमीन की मार्किंग करनी आरंभ की, वैसे ही सभी रैयत विस्थापितों ने कार्य को बंद करवाने का प्रयास किया. पूर्व से चले आ रहे मामले का निष्पादन वार्ता से करने के बाद ही कार्य आरंभ करने की बात कहने लगे. बेरमो सीओ ने विस्थापितों से कहा कि बोकारो डीसी का निर्देश है कि कार्य शुरू कराया जाये और उन्होंने पुलिस, सीआइएसफ एवं सीसीएल अधिकारियों सहित जीएम को कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया. सीओ के निर्देश पर उपरोक्त सभी लोग कार्य शुरू कराये. तभी सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र यादव, जिप सदस्य शहजादी बानो, रोशन आरा आदि कार्य बंद कराने गये, परंतु महिला सुरक्षा बलों एवं पुलिस के जवानों एवं बोकारो थर्मल के इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह ने सभी को कार्यस्थल पर जाने से रोक दिया. इस क्रम में सांसद प्रतिनिधि के साथ पुलिसकर्मियों की धक्का-मुक्की भी हुई.

बोले नेता : जमीन कोयला उत्खनन के लिए दी थी, गांव बसाने के लिए नहीं

सांसद प्रतिनिधि सहित जानकी महतो, डॉ दशरथ महतो आदि का कहना था कि रैयतों ने सीसीएल को अपनी जमीन कोयला का उत्खनन करने को दिया था ना कि पुनर्वास को लेकर किसी गांव को बसाने को. कहा कि कोल बेयरिंग एक्ट में इस प्रकार के प्रावधान नहीं हैं. बावजूद सीसीएल प्रबंधन बरवाबेड़ा गांव के लोगों को जबरन शिफ्ट कराना चाह रहा है. बाद में सूचना पाकर सांसद प्रतिनिधि दीपक महतो भी उक्त स्थान पर पहुंचे. सांसद प्रतिनिधि ने मामले को लेकर दिल्ली में मौजूद गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी से तथा जिप सदस्य शहजादी बानो ने सूबे के मंत्री इरफान अंसारी तथा डुमरी के विधायक जयराम कुमार महतो को मोबाइल पर सूचना देकर कार्य बंद करवाने को लेकर डीसी से बात करने को कहा. डुमरी विधायक ने मामले को लेकर बाहर रहने के कारण आने से इंकार करते हुए कहा कि मामला बेरमो विधानसभा का है, इसलिए वे वहां के विधायक से बात करें. मंत्री एवं गिरिडीह सांसद ने डीसी से बात करके कार्य को स्थगित कराने एवं उनकी अध्यक्षता में बैठक करवाने के बाद कार्य आरंभ करवाने की बात कही. बावजूद कार्य स्थगित नहीं किया गया और चार जेसीबी की मदद से बुनियाद खुदाई का कार्य कराया गया.

बोले सीओ : विरोध करने वालों पर होगी कार्रवाई

बेरमो सीओ के कहने पर जीएम ने सांसद से बात की. बेरमो सीओ ने कहा कि वे बोकारो डीसी के निर्देश पर कार्य करवा रहे हैं. जब तक डीसी का उन्हें कार्य बंद करवाने को लेकर आदेश नहीं आ जाता है, कार्य बंद नहीं किया जायेगा. बेरमो सीओ ने कहा कि सभी रैयतों को अपना-अपना कागजात दिखाने एवं जमा करने को कहा गया था, जिसे उन्होंने जमा नहीं किया है. कहा कि कार्य में बाधा उत्पन्न करनेवालों पर कार्रवाई भी की जायेगी. बाद में सभी रैयत वापस लौट गये.

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