झारखंड के राइस मिलों पर 89.87 करोड़ का बकाया, 10 मिल संचालकों के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट

रांची : झारखंड के विभिन्न जिलों के 25 से अधिक राइस मिलों पर सरकार के 89.87 करोड़ रुपये का बकाया है. इन राइस मिलों ने धान की कुटाई के बाद इतनी रकम का चावल खाद्य निगम को नहीं दिया. बकाया राशि की वसूली के लिए सरकार और राइस मिलों के बीच कानूनी लड़ाई चल रही है. इस बीच बकाया राशि की वसूली के लिए 10 राइस मिलों के संचालकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2020 8:44 AM
an image

रांची : झारखंड के विभिन्न जिलों के 25 से अधिक राइस मिलों पर सरकार के 89.87 करोड़ रुपये का बकाया है. इन राइस मिलों ने धान की कुटाई के बाद इतनी रकम का चावल खाद्य निगम को नहीं दिया. बकाया राशि की वसूली के लिए सरकार और राइस मिलों के बीच कानूनी लड़ाई चल रही है. इस बीच बकाया राशि की वसूली के लिए 10 राइस मिलों के संचालकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.

जिन राइस मिल संचालकों के खिलाफ वारंट जारी किया गया है, उनमें आदित्य राइस मिल, गणपति राइस मिल, संकट मोचन राइस मिल, लक्की राइस मिल और अन्य शामिल हैं. राज्य सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीद कर राज्य के विभिन्न जिलों के राइस मिलों को उनकी क्षमता के अनुरूप देती है. नियमानुसार मिलों द्वारा कुटाई के बाद खाद्य निगम को चावल देना होता है, लेकिन राज्य में वित्तीय वर्ष 20011-12 से 2019-20 की अवधि तक 25 से अधिक मिलों ने 89.87 करोड़ रुपये मूल्य का चावल खाद्य निगम को नहीं दिया है.

राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा तैयार आंकड़ों के अनुसार राशि की वसूली के लिए सर्टिफिकेट केस दायर किये गये हैं. बकायेदारों में 10 मिल ऐसे हैं, जिन पर करोड़ रुपये या इससे अधिक का बकाया है. आंकड़ों के अनुसार करोड़पति बकायेदारों में रांची और हजारीबाग जिले के चार-चार मिल शामिल हैं. इसके अलावा देवघर और पलामू के एक-एक मिल भी करोड़पति बकायेदारों की सूची में शामिल हैं.

Also Read: शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि देने जमशेदपुर पहुंचे सीएम हेमंत, बोले- 29 को अगले 4 साल के विकास का दिखायेंगे रोडमैप

इन बकायेदारों में 10 करोड़ से अधिक के बकायेदार हजारीबाग जिले के हैं. हजारीबाग के आदित्य राइस मिल पर 10.48 करोड़ और संकट मोचन राइस मिल पर 12.82 करोड़ रुपये बकाये हैं. इन दोनों ही मिलों पर वित्तीय वर्ष 2012-13 का बकाया है. वसूली की सारी कोशिश नाकाम होने के बाद सरकार ने इन मिल मालिकों के खिलाफ 2015 में सर्टिफिकेट केस किया.

राइस मिलों पर बकाया (लाख रुपये में)

मिल जिला बकाया

सत्य नारायण राइस मिल रांची 630.63

मां देवड़ी राइस मिल रांची 675.02

विष्णु राइस मिल रांची 110.98

अन्नप्रास फूड प्रोडक्ट रांची 270.63

गणपति राइस मिल हजारीबाग 893.95

चंद्रावती राइस मिल हजारीबाग 13.67

आदित्य राइस मिल हजारीबाग 1048.84

लक्की राइस मिल हजारीबाग 9.13

संकट मोचन राइस मिल हजारीबाग 1282.84

कामाख्या राइस मिल हजारीबाग 723.09

रश्मि राइस मिल हजारीबाग 6.58

कमला राइस मिल पूर्वी सिंहभूम 40.18

लक्ष्मी राइस मिल पूर्वी सिंहभूम 19.08

बालाजी राइस मिल सरायकेला 831.34

बालाजी एग्रो राइस मिल सरायकेला 15.11

आधार राइस मिल सरायकेला 20.90

जानकी राइस मिल पलामू 366.57

आरबी फूड प्रोडक्ट देवघर 412.45

देवघर मिल देवघर 13.70

कस्तूरी मल्टी सोल्यूशन गिरिडीह 26.08

अडवारा परसिया मिल गिरिडीह 33.22

गोपाल मार्डन राइस गिरिडीह 24.87

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version