BOKARO NEWS : गर्भधारण से लेकर प्रसव व प्रसव से लेकर बेहतर लालन-पालन तक में शिशु रोग विशेषज्ञों की भूमिका अहम है. हर कदम पर शिशु रोग विशेषज्ञ की जरूरत समाज को पड़ती है. यह अपने आप में बड़ी जिम्मेवारी है. प्रसव के साथ बीमारियों के घेरे में शिशु चला जाता है. आज के समय में नवजात की सुरक्षा सबसे बड़ी जिम्मेवारी बन गयी है. ये बातें सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद ने कही. वह सेक्टर वन स्थित हंस पैलेस में ‘हेल्दी ब्रेन, स्मार्ट बेबी’ थीम पर इंडियन एकेडमी ऑफ पेडिएट्रिशियन बोकारो शाखा की ओर से चल रही तीन दिवसीय 23वां झारखंड पेडीकॉन-2024 कार्यशाला के तीसरे व अंतिम दिन रविवार को चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे.
अभिभावकों को भी जागरूक करने की है जरूरत : मौके पर सदर डीएस डॉ अरविंद ने कहा : हर नवजात सुरक्षित रहे. शिशु मृत्यु दर में कमी आये. इस पर विशेष फोकस करने की जरूरत है. हम निश्चित रूप से कामयाब होंगे. नवजात में होनेवाली बीमारियों के प्रति अभिभावकों को भी जागरूक करने की जरूरत है. ओपीडी में आनेवाले अभिभावकों को भी दायित्व समझायें.साइंटिफिक मुद्दों पर दिया व्याख्यान :
अंतिम दिन रविवार को डॉ कुमार दिवाकर (टीएमएच जमशेदपुर), डॉ नितेश प्रसाद, डॉ कृष्ण कुमार, डॉ राजेश कुमार, डॉ गौतम शंकर, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सुधीर मिश्र, डॉ किरण शंकर, डॉ सुगाथा महतो, डॉ अनीताभ कुमार व डॉ पीके चौधरी ने साइंटिफिक मुद्दों पर व्याख्यान दिया. चिकित्सकों ने कॉमन पेडियाट्रिक प्राॅब्लम, कॉमन बर्थ इंज्यूरी, कॉमन न्यूनेटल सर्जिकल केस, अपडेट डेंगू फीवर, पेडियाट्रिक डरमेटोलॉजी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की. बेहतर समाज निर्माण के संकल्प के साथ बोकारो से चिकित्सक विदा हुए.दर्जनों चिकित्सक हुए कार्यशाला में शामिल :
मौके पर डॉ मिथिलेश कुमार (पेट्रन), डॉ मुश्ताक (संयोजक), डॉ इंद्रनील चौधरी (आयोजन अध्यक्ष), डॉ एलके ठाकुर (आयोजन सचिव), डॉ पंकज कुमार (संयुक्त आयोजन सचिव), डॉ संजय कुमार (कोषाध्यक्ष), डॉ कामाख्या (निबंधन कमेटी), डॉ इमरान (एकोमोडेशन केमेटी सदस्य), डॉ पंकज कश्यप (कल्चरल कमेटी), डॉ पंकज कुमार (संयुक्त आयोजन सचिव), डॉ संजय कुमार (कोषाध्यक्ष), डॉ कामाख्या (निबंधन कमेटी), डॉ इमरान (एकोमोडेशन कमेटी सदस्य), डॉ पंकज कश्यप (कल्चरल कमेटी), चास अनुमंडल अस्पताल से डॉ रवि शेखर, निश्चेतक डॉ अवनिश श्रीवास्तव, डॉ निलयकांत, राजेश कुमार (रानी अस्पताल रांची), डॉ बिजन साहा (आइपीजीएमइआर कोलकाता), डॉ भावेश कांत (एम्स पटना), डॉ राजीव शरण (टाटा मोटर्स जमशेदपुर), डॉ रामेश्वर (एम्स पटना), डॉ श्रेया आकांक्षा (रानी अस्पताल रांची), डॉ शशांक शेखर (धनबाद), डॉ एमकेसी नायर, डॉ रवि, डॉ ए पाठक, डॉ संतोष कोनडेकर, डॉ शुभम, डॉ अवनिश कुमार, डॉ शिप्रा कमल, डॉ श्यामल कुमार, डॉ राजीव शरण, डॉ रामेश्वर, डॉ राजेश कुमार, डॉ कुमार दीवाकर, डॉ भावेश कांत, डॉ शशांक, डॉ विजन साहा, डॉ श्रेया आकांक्षा सहित दर्जनों शिशु रोग, निश्चेतक सहित अन्य चिकित्सक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है