स्वीडन में लीडरशिप ग्रुप फॉर इंडस्ट्री ट्रांजिशन का सदस्य बना सेल

सेल की क्लाइमेट एक्शन की दिशा में प्रतिबद्धता को उजागर करता है लीडआइटी विजन के साथ तालमेल

By Prabhat Khabar Print | June 29, 2024 11:16 PM

बोकारो. सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न स्टील निर्माता कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को लीडरशिप ग्रुप फॉर इंडस्ट्री ट्रांजिशन (लीडआइटी) के सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है. इसकी घोषणा 25 जून को स्वीडन के विस्बी में आयोजित ‘एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन’ में की गयी. लीडआइटी को स्वीडन व भारत की सरकारों ने सितंबर 2019 में यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट एक्शन सम्मिट में लॉन्च किया था. लीडआइटी विश्व आर्थिक (वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम) मंच से समर्थित है.

सेक्टोरल एंड इंटरसेक्टोरल लर्निंग उपलब्ध

लीडआइटी में शामिल होने से सेल को सेक्टोरल एंड इंटरसेक्टोरल लर्निंग उपलब्ध हो सकेगी. नयी प्रौद्योगिकियों के बारे में वैल्यूएबल इनसाइट्स मिलेगी और इनोवेटिव अवसरों का लाभ भी मिल सकेगा. स्वीडन दौरे पर संबंध फॉर क्लाइमेट एक्शन विषय पर आयोजित कार्यशाला में अतिथि वक्ता के रूप में सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने कहा कि भारत में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने की दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया जा रहा है. भारतीय इस्पात उद्योग को न केवल बुनियादी ढांचे के निर्माण में, बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी अग्रणी भूमिका निभानी होगी कि यह टिकाऊ तरीके से किया जाय.

2050 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य

लीडआइटी उन देशों और दूरदर्शी कंपनियों का गठबंधन है, जो पेरिस समझौते और नेट-जीरो ट्रांजिशन को हासिल करने की कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं. लीडआइटी के सदस्य अधिक ऊर्जा खपत वाले उद्योग कम कार्बन उत्सर्जन पर जोर देते है. 2050 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य है. लीडआइटी विजन के साथ तालमेल बिठाने के लिए सेल का यह रणनीतिक कदम सेल की क्लाइमेट एक्शन की दिशा में उसकी प्रतिबद्धता को उजागर करता है. जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों को जोड़ता है.

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