सेल-बोकारो क्षमता विस्तार की प्रक्रिया में : बीरेंद्र
- बोकारो स्टील प्लांट के ब्राउनफील्ड विस्तारीकरण के लिए प्रमुख हितधारकों और बिडर्स के शिखर सम्मेलन का आयोजन
बोकारो. बोकारो स्टील प्लांट के ब्राउनफील्ड विस्तारीकरण के लिए प्रमुख हितधारकों और बिडर्स के शिखर सम्मेलन का आयोजन मानव संसाधन विभाग के मेन ऑडिटोरियम में शुक्रवार को किया गया. अनिमा कुशवाहा, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं ) के स्वागत भाषण व अधिशासी निदेशक (परियोजनाएं एवं अतिरिक्त प्रभार सामग्री प्रबंधन) द्वारा ‘सहयोगात्मक सफलता की ओर’ विषय के अंतर्गत साझा की गयी अंतर्दृष्टि के साथ शिखर सम्मेलन की औपचारिक रूप से शुरुआत की गयी. बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि सेल -बोकारो सहित देश की अन्य इस्पात कंपनियां भी अपनी क्षमता विस्तार की प्रक्रिया में है, जो देश की भविष्य की मांग के अनुरूप है. उन्होंने कहा कि इस अहम कार्य की सफलता के लिए सभी संबंधित पक्षों के बीच कार्य योजना के विषय में स्पष्टता और सामंजस्य आवश्यक है. उद्घाटन सत्र में प्रमुख रूप से अनूप कुमार अधिशासी निदेशक (कोलियरीज), एस मुखोपाध्याय अधिशासी निदेशक (परियोजनाएं) भिलाई स्टील प्लांट, आलोक वर्मा अधिशासी निदेशक (माइंस) ओजीओएम, एसके वर्मा अधिशासी निदेशक (सीइटी) तरुण मिश्रा अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) राउरकेला स्टील प्लांट व पीके रथ अधिशासी निदेशक (एसआरयू) मौजूद थे.
सम्मेलन का उद्देश्य
शिखर सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य बिडर्स, प्रमुख हितधारकों, सलाहकार और बीएसएल के बीच ब्राउनफील्ड विस्तारीकरण के लागत, निष्पादन समय सीमा, और समय पर परियोजना के लिए इष्टतम कार्यान्वयन रणनीति निर्धारित करना है. बीएसएल के महाप्रबंधक (ब्राउनफील्ड विस्तार) नरेश कुमार बेहरा व मेसर्स एमएन दस्तूर के प्रतिनिधि द्वारा कच्चे माल से स्टील बनाने और डायरेक्ट रोलिंग जैसे प्रमुख विषयों पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) का प्रस्तुतीकरण किया गया. पीएच शर्मा मुख्य महा प्रबंधक (परियोजनाएं) एसपी दास महा प्रबंधक (सीइटी) वा एमटी राव, मुख्य महा प्रबंधक (परियोजनाएं) सेल निगमित कार्यालय ने पैनल चर्चाओं में अपना अहम् योगदान किया.
समयबद्ध तरीके से परियोजना को पूरा करने के लिए मिला मंच
बीएसएल के विस्तार के लक्ष्य में 4500 मीटर क्यूब का ब्लास्ट फर्नेस, 165-टन कैपेसिटी का दो बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (बीओ एफ), सिंगल स्ट्रैंड का स्लैब कॉस्टर व डायरेक्ट रोलिंग जैसी प्रमुख इकाइयां स्थापित करना शामिल है. इसके अतिरिक्त कच्चे माल के भंडारण और हैंडलिंग की सुविधाओं में वृद्धि व इसकी सहायक प्रणाली का विस्तारीकरण करके कुशल परियोजना निष्पादन की योजना है. शिखर सम्मेलन ने सभी प्रतिभागियों को स्टील बनाने के लिए रणनीतिक रूप से कच्चे मॉल की उपलब्धता की योजना बनाना, नवोन्मेषी परियोजना प्रबंधन को अपनाना व समयबद्ध तरीके से परियोजना को पूरा करने के चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया.
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