Loading election data...

सेल को दूसरी बार मिला गोल्डन पीकॉक एन्वायरमेंट मैनेजमेंट अवार्ड 2020

बोकारो (सुनील तिवारी) : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स की ओर से गोल्डन पीकॉक एन्वायरमेंट मैनेजमेंट 2020 सम्मान से सम्मानित किया गया. सेल को यह प्रतिष्ठित सम्मान इस्पात वर्ग की श्रृंखला में प्राप्त हुआ है. सेल को यह पुरस्कार मंगलवार को आयोजित एक वर्चुअल पुरस्कार प्रस्तुति समारोह में प्रदान किया गया. सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने सेल समूह के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि सेल ने लगातार दो बार ये पुरस्कार जीता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2020 8:42 AM
an image

बोकारो (सुनील तिवारी) : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स की ओर से गोल्डन पीकॉक एन्वायरमेंट मैनेजमेंट 2020 सम्मान से सम्मानित किया गया. सेल को यह प्रतिष्ठित सम्मान इस्पात वर्ग की श्रृंखला में प्राप्त हुआ है. सेल को यह पुरस्कार मंगलवार को आयोजित एक वर्चुअल पुरस्कार प्रस्तुति समारोह में प्रदान किया गया. सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने सेल समूह के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि सेल ने लगातार दो बार ये पुरस्कार जीता है.

Also Read: Vijay Diwas : 1971 के भारत-पाक युद्ध में कैसे भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर किया, पढ़िए वीर जवान जयपाल नायक की जुबानी

सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि कंपनी द्वारा किये जा रहे सतत व पर्यावरणीय दृष्टि से जिम्मेदार इस्पात बनाने के प्रयासों की पुष्टि करती है. यह पुरस्कार इस श्रेणी में दिये जानेवाले प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है. ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन के लिए विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को ध्यान में रखते हुए यह पुरस्कार कंपनियों को उनके एन्वायरमेंटल परफॉर्मेंस को बेहतर करने व अपने क्षेत्र की बाकि कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा की कसौटी में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करती है.

Also Read: तमिलनाडु से एयरलिफ्ट होकर रांची पहुंची लड़कियों के खिले चेहरे, काम और अच्छे पैसे का लालच देकर ले गये थे बिचौलिए

सेल लगातार अपने कॉरर्पोरेट रिस्पांसिबिलिटी फॉर एन्वायरमेंट प्रोटेक्शन के तहत कई तरह की पर्यावरणीय उपायों को लागू करती रही है. उनमे से कुछ मुख्य जैसे स्वच्छ प्रौद्योगिकियों की स्थापना, प्रदूषण नियंत्रण सुविधाओं का उन्नयन, अलग-अलग इकाइयों और ऑउटफॉल से अपशिष्ट जल का उपचार और पुनर्रचना, प्लांट व यूनिटों व उनके आसपास हरियाली बढ़ाना, विभिन्न ठोस अपशिष्टों जैसे – अलग अलग प्रक्रियाओं के अपशिष्ट, खतरनाक अपशिष्ट, कैंटीन व टाउनशिप के अपशिष्ट की बेहतर हैंडलिंग, वनीकरण द्वारा कार्बन सीक्वेस्ट्रेशन, खनन किये गये जगह का ईको-रेस्टोरेशन आदि हैं. इसके अलावा सेल के पहल व बेहतरीन कार्यप्रणालियों जैसे स्वच्छ वातावरण में सुधार, उत्सर्जन व निर्वहन को कम करना, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना व कंपनी के संचालन को पर्यावरणीय रूप से बेहतर करने आदि को सराहा गया है.

Also Read: Scholarship Scam : झारखंड में छात्रवृत्ति घोटाले की जांच करेगी एसीबी, इस तारीख तक सभी उपायुक्तों से मांगी गयी रिपोर्ट

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version