Bokaro News : खुलेआम जारी है बालू की चोरी, दौड़े रहे हैं बेलगाम ट्रैक्टर

Bokaro News : बालू घाटों पर अलग-अलग गुटों का है कब्जा,खनन विभाग के कर्मियों से मारपीट कर ले भागते हैं जब्त ट्रैक्टर

By Prabhat Khabar News Desk | January 4, 2025 2:03 AM

Bokaro News : सीपी सिंह, बोकारो. ’एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी.. यह कहावत बोकारो के बालू माफिया पर सटीक बैठती है. बालू गिरोह का दबदबा विभिन्न घाट पर ऐसा है कि खुलेआम बालू का उठाव तो कर ही रहे हैं, साथ ही साथ प्रशासनिक अमला पर हमला तक करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. आये दिन ऐसी घटना सामने आ रही हैं, जिसमें बालू तस्कर गिरोह प्रशासनिक कार्रवाई को धत्ता साबित कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से कार्रवाई में जब्त ट्रैक्टर को छुड़ा ले जा रहे हैं. गिरफ्तार गिरोह के सदस्य को छुड़ा ले जा रहे हैं. बताते चलें कि जिले में बालू का एक भी घाट वैध नहीं है. बंदोबस्ती की प्रक्रिया सालों से चल रही है.

जब्त तीन ट्रैक्टरों को जबरन छुड़ा लिया :

साल की शुरुआत होते ही बालू माफियाओं ने खेल दिखाना शुरू कर दिया. दो जनवरी को अंगवाली दामोदर तट पर अवैध रूप से बालू उत्खनन कर लोड करते हुए तीन ट्रैक्टर को पकड़ा गया. जब्त ट्रैक्टर को थाना लाने के क्रम में कदमाडीह गांव के पास षडयंत्र के तहत जबरदस्ती छुड़ा लिया गया. इसी तरह 18 दिसंबर को चलकरी दामोदर तट से बालू लाद कर निकल रहे एक ट्रैक्टर को विभाग की ओर से पकड़ा गया. इस ट्रैक्टर को भी पुलिस बल से जबरन छुड़ा लिया गया. हालांकि, दोनों मामलों में ट्रैक्टर मालिक पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है.

बच्चे की चली गयी थी जान :

27 दिसंबर को कसमार थाना क्षेत्र के सोनपुरा करमाली टोला में अवैध रूप से बालू की ढुलाई करते दो ट्रैक्टर के बीच आमने-सामने टक्कर हो गयी. हादसे में एक बच्चे श्रेयांश कुमार की मौत हो गयी, जबकि उसकी चचेरी बहन घायल हो गयी. बच्चों पर ट्रैक्टर का पिछला चक्का चढ़ गया. पेटरवार प्रखंड के खेतकों से अवैध बालू लेकर एक ट्रैक्टर सोनपुरा होते हुए दांतू की ओर आ रहा था. इसी दौरान करमाली टोला में विपरीत दिशा से आ रहे खाली ट्रैक्टर के साथ उसकी टक्कर हो गयी थी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि खाली ट्रैक्टर का इंजन एक राशन दुकान के पास जाकर टकरा गया. दुकान के पास बरामदे में खटिया पर बैठकर बिस्किट खा रहे युधिष्ठिर करमाली उर्फ नीरज का पुत्र श्रेयांश कुमार ( 4 वर्ष) एवं सूरज करमाली की पुत्री रितिका कुमारी (3 वर्ष) पर ट्रैक्टर के पिछले हिस्से का चक्का चढ़ गया.

बीएसएल व खनन विभाग की टीम पर हुआ था हमला :

बालू माफियाओं का आतंक अप्रैल 2024 में देखने को मिला था. सेक्टर 11 अंतर्गत भतुआ बस्ती दामोदर नदी तट के पास माफियाओं के इशारे पर भीड़ ने जिला खनन विभाग व बोकारो स्टील प्लांट की टीम पर हमला कर दिया था. बालू माफियाओं के इशारे पर भीड़ ने टीम के कई सदस्यों के कपड़े फाड़ दिये और वाहनों की चाबी छीन ली. इस दौरान बीएसएल नगर सेवा विभाग लैंड एंड एसेट के महाप्रबंधक एके सिंह को हल्की चोट आयी थी. हमले में कई पत्रकारों के अलावा अन्य लोग भी चोटिल हुए थे. भीड़ ने एक होमगार्ड का मोबाइल छीन लिया था. इस मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद कुछ नहीं हुआ.

साल दर साल अलग-अलग कारण से नहीं हुई बालू घाट की बंदोबस्ती :

जिला में एक भी बालू का वैध घाट नहीं है. बालू घाट की नीलामी प्रक्रिया अभी कागज पर है. मतलब, बालू का उठाव वर्तमान समय में कानूनन किसी रूप से नहीं किया जा सकता है. 2022 में पंचायत चुनाव के नाम पर, 2023 में तकनीकी कारण व 2024 में लोकसभा व विधानसभा चुनाव कारण समेत विभागीय दांवपेंच के कारण बालू घाट की बंदोबस्ती नहीं हुई.

क्षेत्र का बंटवारा कर बालू माफिया कर रहे हैं काम :

जिला में बालू घाट की बंदोबस्ती भले ही नहीं हुई हो, लेकिन बालू माफियाओं ने खुद में क्षेत्र का बंटवारा कर लिया है. बालू का उठाव उसी क्षेत्र निर्धारण के हिसाब से हो रहा है. खुले बाजार में ऑर्डर मिलने पर क्षेत्र के हिसाब से बंटवारा किया जाता है. मतलब, काम तो कानून से बेईमानी का है, लेकिन निभायी पूरे ईमानदारी से जाती है. बोकारो शहरी क्षेत्र में बालू की सप्लाई भतुआ के नजदीक स्थित दामोदर घाट से हो रही है. वहीं चास क्षेत्र में तेलमच्चो पुल के पास से बालू उपलब्ध कराया जा रहा है. जिले के पेटरवार प्रखंड के खेतको, चलकरी, तेनुघाट व सुदूरवर्ती गागा ग्राम से सटे गोला प्रखंड के गंधनिया घाट, बेरमो में दामोदर नद के विभिन्न घाट के अलावा चंदनकियारी प्रखंड के अमलाबाद ओपी क्षेत्र में सीतानाला, दामोदर तट व गुडलीभिट्टा गांव के समीप व गवई नदी के विभिन्न घाट से बालू का उठाव हो रहा है. पिंड्राजोरा क्षेत्र में इजरी नदी के साथ बंगाल की कसाई नदी से भी बालू की आपूर्ति हो रही है.

ऐसे समझिए बालू से कमाई के गणित को :

जानकारों की मानें तो बालू का अवैध कारोबार बोकारो जिले में पिछले कई साल से चल रहा है. वर्तमान में एनजीटी की रोक के कारण बालू की आवक कम हुई है. जबकि डिमांड पर कोई असर नहीं हुआ है. इस कारण अवैध करोबार ज्यादा फल-फूल रहा है. जानकारों ने बताया : नदी से बालू उठाव व स्टॉक में प्रति ट्रैक्टर 500 रुपये का अधिकतम खर्च आता है, जबकि डिलेवरी में खर्च 800-1000 रुपये का होता है. जबकि बाजार में बालू प्रति ट्रैक्टर 3200-3500 रुपया मिल रहा है. यानी प्रति ट्रैक्टर 1700 से 2000 रुपये की कमाई कारोबारी को हो रही है. एक दिन में ऐसे हजारों ट्रैक्टर से बालू की डिलेवरी हो रही है. इससे कारोबार का अंदाज लगाया जा सकता है.

दो घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया एडवांस स्टेज में :

जिले की ओर से प्रक्रिया पूरी कर देने के बाद भी लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है. बोकारो जिला की ओर से विभिन्न कैटेगरी में छह घाट की बंदोबस्ती की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. 02 घाट की प्रक्रिया एडवांस स्टेज में है. दो घाट का क्लीयरेंस प्रदूषण विभाग से नहीं मिलने के कारण मामला अटका हुआ है. जहां कैटेगरी ए के लिए पेटरवार प्रखंड के पिछरी-02 घाट (4.72 हेक्टेयर) व चलकरी बालू घाट (8.22 हेक्टेयर) का ब्यौरा मुख्य कार्यालय भेजा गया है, वहीं कैटेगरी बी के लिए पेटरवार प्रखंड के चलकरी (14.67 हेक्टेयर), खेतको चलकरी (26.14 हेक्टेयर), होसिर ढेंढे ( 23.11 हेक्टेयर) व गोमिया प्रखंड के होसिर (10.86 हेक्टेयर) का ब्यौरा भेजा गया है. कैटेगरी सी के लिए पेटरवार प्रखंड के चांपी-खेतको (52.40 हेक्टेयर) का ब्यौरा भेजा गया है.

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