Bokaro News : संस्कृत भारती झारखंड की ओर से नारायण मिश्रा मेमोरियल अकादमी विस्थापित नगर चास में सात दिवसीय आवासीय प्रबोधनवर्ग संस्कृत कार्यक्रम का समापन मंगलवार को हुआ. समापन समारोह के मुख्य अतिथि रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय, गढ़वा के पूर्व कुलपति डॉ एसके शर्मा ने कहा कि संस्कृत पूरी दुनिया की भाषाओं की जननी है. अध्यक्षता कर रहे प्रो परमेश्वर लाल बरनवाल ने कहा कि संस्कृत सकारात्मक विचारों की सरिता है. संस्कृत के उच्चारण, पाठन और लेखन से मस्तिष्क में सकारात्मक तरंगों का जन्म होता है जो जीवन के लिए काफी लाभप्रद है. संस्था के संरक्षक भागीरथ शर्मा ने शिक्षार्थियों के अनुभव कथन, नाट्य प्रदर्शन और दैनिक व्यवहार में संस्कृत के प्रदर्शन को अभूतपूर्व बताया. इसके पूर्व अतिथियों का परिचय संस्कृत भारती धनबाद विभाग संयोजक डॉ विनय कुमार पांडेय ने कराया. स्वागत भाषण संस्कृत भारती बोकारो के जिलाध्यक्ष डॉ रामनारायण सिंह ने दिया. संचालन सर्वेश मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन प्रो सत्यदेव तिवारी ने दिया. मौके पर प्रांत मंत्री पृथ्वीराज सिंह, डॉ भगवान पाठक, डॉ विनय कुमार पांडेय, डॉ रंजीत झा, डॉ शशिकांत पांडेय, उदित पांडेय, गौरव, विपुल कुमार, राम बच्चन सिंह, राम भरोसे गिरि, शंकर स्वर्णकार आदि मौजूद थे.
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