धूमधाम से मना सरहुल पर्व
धूमधाम से मना सरहुल पर्व
By Prabhat Khabar News Desk |
April 14, 2024 12:46 AM
फुसरो.
घुटियाटांड बस्ती में केंद्रीय सरना समिति बेरमो की ओर से सरहुल स्थल में शनिवार को सरहुल पूजा महोत्सव एवं तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. पुजारी नाया सुकरा मुंडा ने सखुआ फूल, महुआ फूल, धधकी फूल से मारंगबुरू की पूजा की. मुख्य अतिथि निवर्तमान वार्ड पार्षद रामचंद्र महतो, विशष्टि अतिथि अभय कुमार ठाकुर, ललन रवानी, श्यामलाल उरांव, पुनीत महतो, अशोक भलोटिया ने फीता काट कर महोत्सव का उद्घाटन किया. महिलाएं व युवतियों के साथ मांदर की थाप में अतिथियों ने भी नृत्य किया. कई टोला कर महिलाएं व युवतियों ने नृत्य प्रतियोगिता में भाग लिया. मुख्य अतिथि श्री महतो ने कहा कि सरहुल पर्व झारखंड की संस्कृति व सभ्यता का प्रतीक है. तीरंदाजी प्रतियोगिता में दर्जनों लोगों ने भाग लिया. इसमें प्रथम पृथ्वीराज उरांव, द्वितीय सावन उरांव व तृतीय स्थान रमेश उरांव ने प्राप्त किया. इन्हें समिति के ओर से पुरस्कृत किया गया. आयोजन में समिति के संयोजक राजेश उरांव, रमेश उरांव, कालू उरांव, निर्मल मुंडा, विकास उरांव, तरुण उरांव, वकील उरांव, शक्ति उरांव, दशरथ उरांव, अमृत मांझी, महावीर उरांव, धर्मेश उरांव, छोटे लाल उरांव, पृथ्वी, करण, पिंटू, अभिषेक आदि का योगदान रहा. मौके पर सोनी देवी, ज्योति देवी, नगीया देवी, बिलसी देवी, उमा देवी, रानी देवी आदि मौजूद थे.
चंद्रपुरा.
डीवीसी आवासीय कॉलोनी स्थित जाहेरथान में शनिवार को सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया गया. जाहेरथान में नायके बाबा चेतोलाल मुर्मू, गणेश टुडू, नुनूचंद मांझी व श्रीचंद बास्के ने पूजा करायी. पूजा में कमेटी के संरक्षक लखी हेंब्रम सहित नारायण मरांडी, सुरेश सोरेन, मोतीलाल मांझी, फागू मांझी, अजय सोरेन, गुलाब मरांडी, सपन किस्कू, सुकर टुडू, विकास मुर्मू, हीरालाल सोरेन, शिवकुमार सोरेन आदि ने भाग लिया. शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. विभिन्न गांवों से आयीं आदिवासी महिलाओं ने नृत्य किया. मुख्य अतिथि सीटीपीएस के एचओपी मनोज कुमार ठाकुर ने कहा कि सरहुल प्रकृति से जुड़ा त्योहार है. मौके पर डाॅ पीके घोष, बीके महापात्रा, अमित बनर्जी, अनुग्रह नारायण सिंह, नकुल महतो, लक्ष्मण सिंह, मो समीद, इस्लाम अंसारी आदि थे. कार्यक्रम में परसाडीह, झिंझिरघुटटू, भुरसाबाद, काड़ामारा, मंगलड़ाढ़ी, डाही, लतबेधी, मदनपुर, झरनाडीह, न्यू पिपराडीह बस्ती, खानोडीह, टीएसी बस्ती आदि गांवों के आदिवासियों ने भाग लिया.