प्रकृति से प्रेम की सीख देता है सरहुल : राजीव मुंडा

बोकारो में धूमधाम से मना सरहुल पर्व, सरना समाज ने निकाली शोभा यात्रा

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2024 11:35 PM

बोकारो. बोकारो में गुरुवार को प्रकृति पर्व सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया गया. सरना स्थल सेक्टर 8/ए बोकारो में सरहुल का आयेजन किया गया. पाहन राजीव मुंडा, चमरा लकड़ा व सूदन सुंबरूई ने आदिवासी विधि विधान से मां सरना की पूजा अर्चना की. पाहन राजीव मुंडा ने कहा कि सरहुल प्रकृति का पर्व है. प्रकृति से प्रेम की सीख देता है. देव वृक्ष सखुआ अत्यंत मंगल कारी होता है, मां सरना व सिंगबोंगा को सखुवा फूल अर्पित किया जाता है. उसके बाद पहानों द्वारा सखुआ फूल को श्रद्धालुओं के कानों में आशीर्वाद स्वरूप दिया जाता है. अगर प्रकृति सुरक्षित व संरक्षित है तो इसका श्रेय आदिवासियों को जाता है. सरहुल पर्व समस्त मानव जीवन के कल्याण के लिए किया जाता है. श्री मुंडा ने बताया कि इस वर्ष वर्षा अच्छी होगी, इसका लाभ किसानों को मिलेगा. फसलों की पैदावार इस वर्ष अच्छी होगी. सरना स्थल सेक्टर 08 ए से शोभा यात्रा निकाली गयी, जो सेक्टर 09 ए रोड, बसंती मोड़, सेक्टर 04 होते हुए नया मोड़ स्थित भगवान बिरसा मुंडा प्रतिमा पहुंची. शोभा यात्रा में आदिवासी महिला व युवती सफेद व लाल पाड़ की साड़ी और पुरुष व युवक धोती और पगड़ी बांध कर शामिल हुए. ढोल, नागड़ा, मंदार की थाप पर नृत्य करते हुए लोग शोभा यात्रा में बढ़ रहे थे. मौके पर राजदीप मुंडा ,कामदेव उरांव, एतवा उरांव, चामू उरांव, पवन उरांव, जाय मगंल, अघनू, न्यूटन, प्रदीप कुजूर, विशेश्वर, विकास, अजय, विनोद, दीनदयाल, संजय व अन्य मौजूद थे.

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