सरना आदिवासी धर्म कोड पर बोले सीएम हेमंत सोरेन, लड़ाई अभी बाकी है
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव झारखंड विधानसभा से पारित कराने के बाद भी अभी कई लड़ाइयां लड़नी हैं. हर हाल में केंद्र सरकार से ये प्रस्ताव लागू कराना है, तभी आगामी जनगणना में सरना आदिवासी धर्म कोड शामिल हो सकेगा. धर्म कोड लागू कराने के लिए राज्य सरकार ने विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है. आपको बता दें कि 11 नवंबर को विधानसभा से संशोधन के साथ सरना आदिवासी धर्म कोर्ड का प्रस्ताव पारित हुआ.
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी सरना समाज को उसका हक और अधिकार दिलाने के लिए वे हमेशा आगे बढ़ते रहेंगे. विधानसभा से सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पारित होने पर मिलने पहुंचे राष्ट्रीय आदिवासी सरना धर्म रक्षा अभियान के प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं.
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आदिवासी सरना धर्म रक्षा अभियान के सदस्यों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार प्रकट किया. उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड विधानसभा से सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पारित होने से झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल और ओड़िशा समेत कई अन्य इलाकों के लोग भी उत्साहित हैं. झारखंड सरकार द्वारा बढ़ाये गये कदम की गूंज पूरे देश में सुनाई देगी. उन्होंने कहा कि आदिवासी सरना धर्मकोड लागू करने में अभी भी कई अड़चनें हैं.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज को राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होने की जरूरत है. बदलते वक्त के साथ आदिवासी समाज का जनप्रतिनिधित्व पंचायत से आगे निकल कर राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहा है. यह सुखद संदेश है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज ने काफी संघर्ष किया है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है. अभी कई मोर्चों पर लड़ाइयां लड़नी है. आदिवासियों की समृद्ध कला, संस्कृति और परंपरा को अक्षुण्ण रखने के साथ उसे विश्वस्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है.
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Posted By : Guru Swarup Mishra