Lugu Buru: सीता नाला और पेड़ की जड़ों से रिसते पानी का रहस्य
Lugu Buru: सीता नाला में स्नान करते हैं. पूजा करते हैं और उसके बाद बड़गद के पेड़ से निरंतर रिसने वाले पानी को अपने घर ले जाते हैं. आज आपको बताते हैं सीता नाला और बड़गद के पेड़ की जड़ों से रिसने वाले पानी के रहस्य के बारे में.
झारखंड के बोकारो जिला में एक विशाल पहाड़ है. लुगु पहाड़. बेरमो अनुमंडल के गोमिया प्रखंड में स्थित ललपनिया में मौजूद यह पहाड़ और उस पर मौजूद कुछ चीजें संताल जनजाति के लोगों की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र हैं. यहां एक सीता नाला है और उसके पास में एक बड़गद का पेड़ है, जिसकी जड़ों से लगातार पानी रिसता रहता है. कहते हैं कि इस पानी का सेवन करने से कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं. इसलिए लुगु बुरु घंटा बाड़ी आने वाला हर श्रद्धालु इस पेड़ से रिसता पानी जरूर अपने साथ ले जाता है. ऐसी मान्यता है कि पेट की बीमारियों के लिए यह रामबाण है. लुगु बाबा की पूजा-अर्चना करने के लिए ललपनिया के लुगु बुरु आने वाले भक्त यहां छरछरिया झरना और सीता नाला में स्नान करते हैं. पूजा करते हैं और उसके बाद बड़गद के पेड़ से निरंतर रिसने वाले पानी को अपने घर ले जाते हैं. आज आपको बताते हैं सीता नाला और बड़गद के पेड़ की जड़ों से रिसने वाले पानी के रहस्य के बारे में.
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There is a big mountain in Bokaro district of Jharkhand named Lugu mountain. This is the biggest center of faith of Santhal tribe. There is a Sita Nalla here and there is a banyan tree near it, whose roots keep seeping water continuously. It is said that drinking this water cures many diseases. That is why every devotee who comes to Lugu Buru Ghanta Bari definitely takes the water leaking from this tree with them. It is believed that it is a panacea for stomach ailments. Devotees who come to Lugu Buru in Lalpaniya to offer prayers to Lugu Baba, takes bath in Chharchharia Falls and Sita Nalla. Today let us tell you about the secret of water leaking from the roots of Sita Nalla and banyan tree.
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