दुर्घटनाग्रस्त डंपर रिलीज करने के लिए सेक्टर चार थानेदार ने मांगा एक लाख

दुर्घटनाग्रस्त डंपर रिलिज करने के एवज में सेक्टर चार थानेदार राजीव कुमार वीर द्वारा वाहन मालिक से एक लाख रुपया रिश्वत मांगने का मामला प्रकाश में आया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2020 5:20 AM

बोकारो : दुर्घटनाग्रस्त डंपर रिलिज करने के एवज में सेक्टर चार थानेदार राजीव कुमार वीर द्वारा वाहन मालिक से एक लाख रुपया रिश्वत मांगने का मामला प्रकाश में आया है. बारी को-ऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट संख्या 447 ए निवासी डंपर (बीआरडब्लयू-8835) मालिक सह अधिवक्ता राहुल चौधरी ने इस संबंध में ट्विट कर मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है. अधिवक्ता ने मुख्यमंत्री के अलावा झारखंड पुलिस और डीजीपी एमबी राव को भी ट्विट किया है.

अधिवक्ता की ट्विट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए बोकारो एसपी को मामले में संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री की ट्विट के बाद एसपी चंदन कुमार झा ने मामले की जांच का जिम्मा सिटी डीएसपी को दिया है. सिटी डीएसपी को 21 जून तक जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. दुर्घटना 16 जून की रात सेक्टर 4 थाना क्षेत्र के गांधी चौक पर हुई थी. घटना के दो दिनों बाद भी इस मामले में किसी तरह की एफआइआर थाना में दर्ज नहीं हुई है. पुलिस की यह कार्यशैली उन्हें संदेह के घेरे में ला रही है.

क्या है मामला

अधिवक्ता राहुल चौधरी ने बताया : उनका डंपर 16 जून को बोकारो इस्पात संयंत्र से क्वायल लोड कर चास स्थित एक व्यवसायी के कारखाना में ले जा रहा था. डंपर चालक प्लांट से क्वायल लोड कर 16-17 जून की रात चास जाने के बजाय नया मोड़ से मुड़कर सेक्टर नौ खटाल स्थित अपने आवास जाने लगा. सेक्टर चार थाना क्षेत्र के गांधी चौक के पास डंपर सड़क की डिवाइडर को तोड़ते हुए पलट गया. ट्रक पर लदा क्वायल सड़क किनारे गिर गया. घटना के कुछ देर बाद सेक्टर चार थाना पुलिस मौके पर पहुंची.

पुलिस ने डंपर चालक से अधिवक्ता का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें फोन किया. पुलिस ने किसी भी हालत में रात के समय ही दुर्घटनाग्रस्त डंपर रोड से हटवाने का निर्देश दिया. अधिवक्ता ने किसी तरह अन्य वाहन की व्यवस्था कर डंपर को खड़ा कर उस पर क्वायल लोड कराया. इसके बाद पुलिस क्वायल लदा डंपर लेकर थाना चली गयी.

पुलिस ने चालक के खिलाफ दुर्घटना का केस दर्ज करने से इंकार किया : अधिवक्ता ने दुर्घटना के संबंध में डंपर चालक पर मामला दर्ज कराना चाहा, लेकिन पुलिस ने चालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने से इंकार कर दिया. थानेदार ने डंपर पर अवैध क्वायल लोड होने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता पर ही केस करने की धमकी दी. डराने धमकाने के बाद थानेदार ने मामले को लेन-देन के जरिए सुलझा लेने का सुझाव अधिवक्ता को दिया. थानेदार ने मुंशी से ट्रक छुड़ाने की बात करने का निर्देश अधिवक्ता को दिया. इसके बाद थाना के मुंशी ने एक लाख रुपए की मांग की. मुंशी ने अधिवक्ता से कहा : अगर वह एक लाख रुपए दे देते हैं, तो बिना कोई झंझट के उनका डंपर और डंपर पर लदा क्वायल थाना से छोड़ दिया जायेगा.

रुपया नहीं देने के एवज में डंपर मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. मामले की शिकायत लेकर अधिवक्ता सिटी डीएसपी ज्ञान रंजन के पास गये. सिटी डीएसपी ने थानेदार से बातचीत की. इसके बाद पुलिस ने डंपर पर लगे क्वायल के संबंध में प्लांट जाकर जांच की. जांच के बाद पुलिस ने तीन लाख रुपए मूल्य का क्वायल छोड़ दिया, लेकिन बिना पैसा लिये डंपर छोड़ने से इंकार कर दिया. इसके बाद पीड़ित अधिवक्ता ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीजीपी एमबी राव को ट्वीट कर मामले की जानकारी दी है.

Posted by : Pritish Sahay

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