बोकारो (सुनील तिवारी) : पीआरपी, वेतन समझौता, नयी प्रोमोशन नीति सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया (SEFI) की ऑनलाइन बैठक में बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (BSOSA) सहित अन्य इकाई की अधिकारी यूनियन शामिल हुई. भारतीय इस्पात प्राधिकरण (SAIL) के साथ 17 अक्टूबर, 2020 को बैठक करने का निर्णय लिया गया. बैठक के बाद आगे की रणनीति तय करने पर सहमति बनी.
वित्तीय वर्ष 2019-20 में सेल द्वारा 3,171 करोड़ रुपये लाभ अर्जित किया गया है. पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में सेल ने 3,338 करोड़ का लाभ कमाया था. पिछले तीन वर्षों के वित्तीय परिणामों के आधार पर सेल का तीन वर्षों का औसत लाभ 1,917 करोड़ रुपये आता है. इस आधार पर वेतन समझौता जल्द किया जाना चाहिए. बीएसएल-सेल में 19 हजार अधिकारी कार्यरत हैं. इसको लेकर बोसा-सेफी गंभीर है.
बीएसएल सहित भारतीय इस्पात प्राधिकरण-सेल के 70 हजार कर्मचारियों और अधिकारियों का वेतन समझौता एक जनवरी, 2017 से लंबित है. बार-बार मांग उठाने के बाद भी सरकार अब तक पहल नहीं कर सकी है. सेफी ने इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को पत्र लिखकर वेतन समझौता कराने की मांग की है. विपरीत परिस्थितियों में भी सेल के अधिकारियों ने सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है.
Also Read: बोकारो स्टील के 8,000 कर्मियों सहित SAIL के 56,000 कर्मचारियों को क्यों है ज्यादा बोनस मिलने की उम्मीद
बोसा के चेयरमैन एके सिंंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने जून, 2016 में सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) के अधिकारियों के वेतन निर्धारण के लिए तीसरी पे-रिवीजन कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी की सिफारिशों को केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है. इन सिफारिशों के कारण सेल व राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) में कार्यरत अधिकारियों के वेतन निर्धारण में विलंब हो चुका है.
श्री सिंह ने कहा कि कमेटी की अनुशंसा में सार्वजनिक उपक्रमों के विगत तीन वर्षों के औसत वित्तीय निष्पादन को आधार मानकर वेतन निर्धारण की अनुशंसा की गयी, जबकि पे-रिवीजन 10 वर्षों के लिए किया जाता है. सेल के आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण में 70 हजार करोड़ का भारी निवेश किया गया. बैंक से ली गयी राशि पर भारी ब्याज दिया जा रहा है. इस कारण ही सेल का लाभ कम हो गया है. कर्मी अपना बेस्ट दे रहे हैं.
Also Read: धौनी की बेटी जीवा को सोशल मीडिया पर धमकी देने वाला गुजरात में पकड़ाया
Posted By : Mithilesh Jha
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.