बोकारो : बदहाली पर आंसू बहा रहा है सिंगारी जोरिया, गंदगी से लोगों का जीना हुआ मुहाल
नगर निगम क्षेत्र के कई काॅलोनियों की नालियों का गंदा पानी सिंगारी जोरिया में ही गिराया जाता है. इस कारण जोरिया का पानी दूषित हो चुका है. दूसरी ओर फल मंडी सहित कई मंडियों का कचरा जोरिया में ही फेंका जाता है.
चास नगर निगम क्षेत्र के बीचोबीच होकर गुजरने वाला सिंगारी जोरिया इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. कारण है कि जोरिया में गंदगी का अंबार है. इस कारण जोरिया के किनारे रहनेवाले लोगों का बदबू और मच्छर के आतंक से जीना मुहाल हो गया है. बताते चलें कि नगर निगम की ओर से जोरिया की सफाई के नाम पर दो वर्ष पूर्व सिर्फ खानापूर्ति की गयी थी. ऐसा इसलिए कि सफाई के नाम पर सिर्फ तारानगर क्षेत्र व आंशिक रूप से चीराचास क्षेत्र में सफाई करायी गयी थी. जबकि सिंगारी जोरिया नगर निगम क्षेत्र में प्रभात काॅलोनी से होकर चीरा चास क्षेत्र तक गुजरता है. साथ ही नगर निगम क्षेत्र के कई काॅलोनियों की नालियों का गंदा पानी सिंगारी जोरिया में ही गिराया जाता है. इस कारण जोरिया का पानी दूषित हो चुका है. दूसरी ओर फल मंडी सहित कई मंडियों का कचरा जोरिया में ही फेंका जाता है.
जोरिया के किनारे कई वाहनों के वर्कशॉप चल रहे हैं. इसका गंदा पानी भी जोरिया में ही गिरता है. गौरतलब है कि जोरिया की जमीन पर अतिक्रमण होने व जोरिया में गंदगी बढ़ने से चास के लोगों को जून 2012 में पहली बार बाढ़ का सामना करना पड़ा था. बाढ़ का पानी आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों के घरों में घुस गया था. इससे लोगों को काफी नुकसान हुआ था. इसके बाद भी इस जोरिया को साफ व स्वच्छ बनाने का प्रयास अभी तक निगम व जिला प्रशासन की ओर से नहीं किया गया है.
जगह-जगह हो चुका है अतिक्रमण
जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में सिंगारी जोरिया की चौड़ाई करीब 50 फ़ीट है. जबकि कुछ क्षेत्रों को छोड़कर अधिकांश जगहों पर जोरिया नाला का रूप ले लिया है. वहीं कई जगहों पर जोरिया की जमीन पर कब्जा है. जोरिया की चौड़ाई कम होने से निगम के कर्मी भी बेहतर ढंग से सफाई नहीं कर पाते हैं. बताया जाता है कि भू-माफियाओं ने जोरिया की दो एकड़ से अधिक जमीन का अतिक्रमण कर बेच चुके हैं. अतिक्रमण के कारण जोरिया की चौड़ाई कई जगह दस फीट की होकर रह गयी है. हालांकि जोरिया को कई बार अतिक्रमण मुक्त कराने का प्रयास जिला प्रशासन की ओर से किया गया. जमीन की मापी भी की गयी. जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दिया गया, लेकिन आज तक जिला प्रशासन को जोरिया की जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने में सफलता नहीं मिली. इसका खमियाजा निगम क्षेत्रों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
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बीते कुछ वर्षों में सिंगारी जोरिया की सफाई कराई गयी है. एक बार फिर से साफ कराने के लिए कार्य योजना बनाकर राज्य सरकार से राशि की मांग की जायेगी. वैसे भी जोरिया को साफ रखने की जिम्मेवारी नगर निगम की है. इस काम को जनता के सहयोग से हर हाल में पूरा करने का प्रयास किया जायेगा.
-अनिल कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त नगर निगम