पारिवारिक विवाद में भाभी ने देवर का कराया अगवा

पीड़ित ने पुलिस को दिये बयान में लगाया आरोप

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2024 1:10 AM

प्रतिनिधि, चंदनकियारी.

अमलाबाद ओपी क्षेत्र अंतर्गत बीसीसीएल कोलियरी में किराना दुकान संचालक 37 वर्षीय सुशील कुमार सिंह का अपहरण शुक्रवार शाम सात बजे उनके भाभी ने अपने मायके वालों द्वारा कराया था. युवक का पिता बिंदेश्वरी सिंह बीसीसीएल के सेवानिवृत्त कर्मी हैं, जो बीसीसीएल के आवास अमलाबाद में ही रहते हैं. पुलिस के दबाव के बाद शनिवार को देर रात 12 बजे अपहरणकर्ता युवक को चास थाना में छोड़ कर चले गये. अपहृत युवक के बड़े भाई और भाभी के साथ पारिवारिक विवाद चलता है. विवाद के लेकर युवक के भाभी ने अपने पति अजय सिंह की जगह अपने देवर को गलती से अगवा करवा दिया. शनिवार को युवक ने अमलाबाद ओपी में लिखित आवेदन देकर जान मारने की नीयत से कराने का आरोप लगाते हुए अपनी भाभी सुधा सिंह और अन्य कई लोगों पर मामला दर्ज कराया है. आवेदन में युवक ने कहा है कि शुक्रवार को वह और उसकी पत्नी निशा सिंह अपने किराना दुकान में बैठे थे. इसी दौरान शुक्रवार शाम सात बजे दुकान पर कार से तीन लोग पहुंचे. तीन में से दो लोग पुलिस की वर्दी में और एक सामान्य लिबास था. वर्दी वालों ने गाड़ी से उतर कर युवक के बड़े भाई अजय के संबंध में पूछा. उसने कहा, उसे नहीं पता. इतने में वर्दी वालों ने युवक को गाली गलौज और मारपीट करते हुए जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया. विरोध करने पर उसकी पत्नी के साथ मारपीट की गयी. युवक ने आवेदन में कहा है कि ले जाने के दौरान उसके साथ काफी मारपीट की गयी. रास्ते में सभी ने शराब पी. कार में बातचीत के दौरान युवक को उनमें से एक आदमी का नाम राजदेव सिंह के तौर पर पता चला, जो होमगार्ड का जवान था. अपहरणकर्ताओं ने उसे बड़े भाई के ससुराल धनबाद जिला कतरास के लेड़ीडूमर गांव में अमर लाल सिंह के घर ले गये, जहां उसे बंधक बनाकर रखा और अपहरणकर्ताओं के अलावा अमर लाल सिंह, राजेश सिंह, कुंदन सिंह, दयामनी देवी, कुंती देवी, कविता देवी ने लाठी, रॉड एवं धारदार हथियार से मारपीट कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. इसी दौरान उन लोगों को कई फोन आने शुरू हुए और उसे गाड़ी में बैठकर चास थाना ले आये और पुलिस के हवाले कर दिया. युवक ने पूरी घटना की साजिशकर्ता अपनी भाभी सुधा सिंह को बताया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर युवक की मेडिकल जांच कराने के बाद छानबीन में जुटी हुई है. खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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