Bokaro News : एसपी मनोज स्वर्गियारी मंगलवार को दोपहर पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के गिरधरटांड़ स्थित सेजल झा (चार साल से गायब) के घर पहुंचे. सेजल झा की मां उषा झा व परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की. गायब सेजल झा के बारे में पूछा. साथ ही घटनास्थल को देखा. एसपी लगभग एक घंटे तक आसपास के लोगों से मिलते रहे और सेजल से जुड़ी एक-एक जानकारी एकत्रित की. घटनास्थल से लेकर सेजल के घर तक कई बार आये और गये. मामले को गंभीरता से समझने का प्रयास किया. इसके बाद पिंड्राजोरा थाना प्रभारी अमरजीत कुमार सिंह को विशेष दिशा निर्देश देकर वापस लौट गये.
मेरी पुत्री वापस घर लौटेगी : सेजल की मां उषा ने मंगलवार को ””””प्रभात खबर’ से बताया कि उम्मीद अभी भी कायम है. हर बार जिले के सभी नये पुलिस कप्तान से मिलती हूं. अपनी पुत्री सेजल के गायब होने की कहानी सुनाती हूं. इस बार भी एसपी मनोज स्वर्गियारी से कैंप दो कार्यालय में मुलाकात कर सेजल के गायब होने से अब तक की जांच की कार्रवाई से अवगत कराया. एसपी साहब के गांव आने से फिर एक बार उम्मीद जगी है कि मेरी पुत्री वापस घर लौट सकेगी.क्या है सेजल से जुड़ा पूरा मामला :
चास प्रखंड के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के गिरधरटांड़ की रहनेवाली नाबालिग सेजल झा 16 अक्तूबर 2020 को पूर्वाह्न पौने ग्यारह बजे बगल के गांव कुरमा टयूशन पढ़ने निकली थी. ठीक 15 मिनट बाद 11 बजे सुबह एक ट्रैक्टर चालक को मुख्य सड़क पर एक साइकिल, चप्पल व किताब गिरा दिखाई पड़ा. चूंकि सेजल का घर मुख्य सड़क से लगभग 400 मीटर की दूरी पर था. इस कारण चालक ने उसके घर खटखटा कर मामले की जानकारी दी. सेजल के परिजन जब वहां पहुंचे, तो सड़क पर बिखरा सारा सामान सेजल का ही निकला. घटना की जानकारी परिजनों ने पिंड्राजोरा थाना को दी. पुलिस छानबीन में जुटी.एसआइटी भी कोई सुराग नहीं लगा पायी :
लगातार छानबीन करने के बाद भी सेजल का कुछ पता नहीं चल रहा था. ऐसे में एक सप्ताह के अंदर तत्कालीन एसपी चंदन झा ने एसआइटी का गठन किया था, परंतु कोई फायदा नहीं हुआ. घटना को लेकर बोकारो पुलिस पर दबाव पड़ा. ऐसे में पुलिस रेस हुई. आसपास के दर्जनों लोगों से पूछताछ की गयी. कुछ भी परिणाम हाथ नहीं लगा. मामला डीजीपी के समक्ष गया. तत्कालीन एसपी प्रियदर्शी आलोक की टीम ने सेजल की बरामदगी को लेकर परिजन के साथ कई राज्यों में संभावित जगहों पर छापामारी की, पर कुछ भी हाथ नहीं लगा. परिजन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रांची में जाकर मिले.मामला विधानसभा में उठाया :
बोकारो विधायक बिरंची नारायण सहित कई मंत्री व विधायकों के दरवाजे खटखटाये. जांच करनेवाले हर पुलिस अधिकारी से मिलकर जांच में हर तरह से सहयोग किया. तत्कालीन बोकारो विधायक श्री नारायण ने सेजल की गुमशुदगी का मामला विधानसभा में उठाया. झारखंड सरकार से सेजल की सकुशल बरामदगी का आग्रह किया. पिछले चार सालों से केवल आश्वासन व कार्रवाई का सिलसिला चल रहा है. सेजल कहां गायब हो गयी, किसी के पास जवाब नहीं है. माता-पिता अपने स्तर से भी खोजबीन में जुटे हैं. तत्कालीन एसपी आलोक प्रियदर्शी, तत्कालीन एसपी पूज्य प्रकाश ने भी मामले में दिलचस्पी दिखायी. जांच-पड़ताल शुरू की, परंतु आज तक सेजल का सुराग नहीं मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है