ऊर्जा खपत और कार्बन फुटप्रिंट में आयेगी कमी, BSL- CSIR NML के बीच हुआ समझौता
बोकारो स्टील प्लांट और जमशेदपुर के CSIR-NML के बीच MoU हुआ. इसके तहत उत्पादन में शोध, नये उत्पाद विकास, उत्पादों एवं कच्चे माल की गुणवत्ता में सुधार होगा.
Jharkhand News: SAIL-BSL और जमशेदपुर स्थित CSIR-NML नवाचार, मौलिक अनुसंधान व प्रौद्योगिकी विकास (Innovation, Basic Research & Technology Development) से संबंधित संयुक्त अनुसंधान एवं विकास परियोजना आगे बढ़ेगी. नये उत्पाद विकास, उत्पादों और कच्चे माल की गुणवत्ता में सुधार होगा. सािा ही विशिष्ट ऊर्जा खपत (Specific Energy Consumption) और कार्बन फुटप्रिंट (Carbon Footprint) में कमी आयेगी. इस्पात उत्पादन में शोध, इंडस्ट्री 4.0 एवं डिजिटल ट्रांसफोरमेशन के क्षेत्रों में दोनों पक्ष मिलकर काम करेंगे.
SAIL-BSL और CSIR-NML के बीच हुआ MoU
सेल-बीएसएल और सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) के बीच बुधवार को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ. सेल-बीएसएल के अधिशासी निदेशक (संकार्य) बीके तिवारी और सीएसआईआर-एनएमएल के प्रमुख (अनुसंधान योजना और व्यवसाय विकास) डॉ एसके पाल ने हस्ताक्षर किया. मुख्य महाप्रबंधक (अनुरक्षण) शरद गुप्ता ने विटनेस के तौर पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया.
इनोवेटिव समाधान निकालने में मिलेगी मदद
इस संबंध में बीके तिवारी ने कहा कि यह समझौता बीएसएल के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान एवं विकास परियोजना में सहयोग करेगा, जिसमें प्रोडक्ट और कच्चे माल की गुणवत्ता में सुधार और प्लांट में कार्बन फुटप्रिंट को कम करना आदि शामिल है. सीएसआईआर-एनएमएल के वैज्ञानिकों की तकनीकी ज्ञान का लाभ वर्तमान चुनौतियों के लिए इनोवेटिव समाधान निकालने की दिशा में मदद करेगा.
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MoU के दौरान ये थे उपस्थित
मुख्य महाप्रबंधक (ईएमडी) पीके बैसाखिया, मुख्य महाप्रबंधक (सीए एंड सी) बिपिन सरतापे, सीनियर साइंटिस्ट, एमएनपी डिवीजन, सीएसआईआर-एनएमएल डॉ. गणेश चलवाडी, वैज्ञानिक, एएमपी डिवीजन, सीएसआईआर-एनएमएल डॉ. सुमन तिवारी, सीनियर साइंटिस्ट, एमटीई डिवीजन, सीएसआईआर-एनएमएल बिराज कुमार साहू, सौरभ सिंह, सहायक महाप्रबंधक (ईएमडी) सहित अन्य उपस्थित थे.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो.