सम्मानजनक पदनाम व इ-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर बनी रणनीति

बीएसएल : बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन के सभी विभागीय प्रतिनिधियों की बैठक

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2024 11:33 PM

बोकारो. बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन (बीड़ू) के सभी विभागीय प्रतिनिधियों की बैठक मंगलवार को सेक्टर 4 जी स्थित यूनियन कार्यालय में हुई. सम्मानजनक पदनाम व इ-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की गयी. यूनियन के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि वर्षों से पूरे प्लांट में डिप्लोमा इंजीनियर्स सहित सभी कर्मचारी अपना शत-प्रतिशत योगदान दे रहे हैं. इससे हर वर्ष सेल में नये-नये कीर्तिमान बना रहा है. लेकिन, इसके विपरीत डिप्लोमा इंजीनियर्स का सम्मानजनक पदनाम का मामला अभी तक लंबित है. इसके लिए यूनियन लंबे समय से संघर्षरत है. श्री कुमार ने कहा कि कर्मचारियों के कॅरियर ग्रोथ के लिए वर्तमान के इ-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव की भी आवश्यकता है, क्योंकि वर्तमान नियम के अनुसार डिप्लोमा इंजीनियर्स को इ-जीरो परीक्षा की पात्रता के लिए एस-6 ग्रेड के साथ पांच वर्ष का अनुभव अनिवार्य है. डिप्लोमा कोर्स के साथ डिग्री किये हुए कर्मचारियों के लिए इ-जीरो परीक्षा की पात्रता के लिए एस-6 ग्रेड के साथ दो वर्ष का अनुभव अनिवार्य है. इस प्रकार से एस-3 ग्रेड में जॉइन करने वाले डिप्लोमा इंजीनियर्स को इ-जीरो परीक्षा के पात्रता होने में 16 वर्ष का समय लग जाता है, जो बहुत ही लंबी अवधि है. बीडू की डिमांड है कि वर्तमान नियम में बदलाव करते हुए डिप्लोमा इंजीनियर को केवल एस-6 ग्रेड में जाने के बाद ही इ-जीरो परीक्षा की पात्रता दी जाय, जिससे प्लांट में अनुभवी व युवा इंजीनियर्स की कमी को भी दूर किया जा सकेगा. समाधान मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष : रवि शंकर यूनियन के अध्यक्ष रवि शंकर ने कहा कि डिप्लोमा इंजीनियर्स लंबे समय से अपने सम्मानजनक पदनाम के लिए संघर्ष कर रहे हैं और यह संघर्ष आगे भी समाधान मिलने तक जारी रहेगा. कारण, यह मुद्दा सीधे तौर पर हम सब के स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है. इसलिए डिप्लोमा इंजीनियर इस मुद्दे पर कभी भी हार नहीं मानेगा, बल्कि लड़ाई को तेज किया जायेगा. रवि शंकर ने कहा कि सम्मानजनक पदनाम व इ-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर बीड़ू के तरफ से सेल डायरेक्टर पर्सनल को पत्र भेजा जायेगा. एनजेसीएस नेता से आग्रह है कि सहयोग करें. जल्द से जल्द इसके समाधान के लिए प्रयास करें. संचालन कोषाध्यक्ष सोनू शाह ने किया. उपाध्यक्ष रितेश कुमार, संयुक्त महामंत्री प्रेमनाथ राम, अमन बास्की, चंदन कुमार, अमरजीत पासवान, नबा हेम्ब्रम, निरंजन कुमार सहित सभी प्रतिनिधि उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version