Bokaro News : मांगों पर सहमति नहीं बनी तो छह से चक्का जाम

Bokaro News : विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति बेरमो के साथ सीसीएल ढोरी, बीएंडके और कथारा प्रबंधन की वार्ता शुक्रवार को कल्याण मंडप करगली में हुई. घंटों चली वार्ता विफल रही.

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 11:20 PM

बेरमो/फुसरो. विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति बेरमो के साथ सीसीएल ढोरी, बीएंडके और कथारा प्रबंधन की वार्ता शुक्रवार को कल्याण मंडप करगली में हुई. घंटों चली वार्ता विफल रही. वार्ता में तीनों क्षेत्र के अधिकारी और विस्थापित प्रतिनिधि उपस्थित थे. साथ ही सीसीएल मुख्यालय रांची से आये महाप्रबंधक (राजस्व पदाधिकारी) एसके झा, जीएम (पीएंडआइआर) नवनीत कुमार और चीफ मैनेजर पर्सनल अंतानु चौधरी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे. समिति के महासचिव काशीनाथ केवट ने समिति की मांगों को प्रबंधन के समक्ष रखा. इस पर प्रबंधन ने सहमति के लिए समय मांगा और छह जनवरी से तीनों एरिया में आहूत बेमियादी चक्काजाम आंदोलन वापस लेने का आग्रह किया. समिति के कार्यकारी अध्यक्ष बिनोद महतो व काशीनाथ सिंह, महासचिव श्री केवट और जेकेएलएम नेत्री पूजा महतो ने कहा दो दिनों के अंदर हेड क्वार्टर से वार्ता कर हमारी दस सूत्री मांगों को मान लिया जाता है तो ठीक है. अन्यथा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत छह जनवरी से बेरमो कोयलांचल के तीनों एरिया में अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा. विस्थापित नीति के तहत प्रबंधन प्रभावित जमीन मालिकों को वाजिब अधिकार दें. इसमें भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

बीएंडके जीएम चितरंजन कुमार कहा कि इस माह के अंत में मुख्यालय से वार्ता के लिए जल्द पत्र निर्गत किया जायेगा. सीसीएल प्रबंधन विस्थापितों के हित में काम कर रहा है. किसी विस्थापित को वाजिब अधिकार से वंचित नहीं किया जायेगा. ढोरी जीएम रंजय सिन्हा ने कहा कि विस्थापितों को कंपनी की आरआर पॉलिसी के तहत नौकरी, पुनर्वास और मुआवजा दिया जायेगा. सीएसआर योजना से गांवों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. विस्थापित को पेप कार्ड निर्गत कर चिकित्सा सुविधा दी जायेगी.

वार्ता में ये भी थे उपस्थित

वार्ता में प्रबंधन की ओर से ढोरी क्षेत्र के जीएम प्रोडक्शन मनोज कुमार पाठक, एरिया सेफ्टी ऑफिसर मनोज कुमार सिंह, एसओपी माला कुमारी, सीएसआर अधिकारी शैलेश कुमार, कार्मिक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिन्हा, मो तौकीर आलम, मैनेजर एस कुमार, बीएंडके क्षेत्र के एसओपी विनय कुमार टुडू, पीओ केएस गैवाल, सुधीर कुमार सिन्हा, एसओइएंडएम जयशंकर प्रसाद, एसओसी सतीश कुमार, कार्मिक प्रबंधक पीएन सिंह, सीएसआर अधिकारी संजीत कुमार, मैनेजर एसडी रत्नाकर, दीपक कुमार, डी मांझी, आरपी यादव, कथारा क्षेत्र के मैनेजर देवनंदन कुमार, चंदन कुमार और समिति के धनेश्वर महतो, गोपाल मंडल, सोहनलाल मांझी, लाल मोहन महतो, चिंतामणी महतो, मोहन महतो, आशीष पाल, संजय मल्लाह, चंदन राम, पुनेश्वर महतो, अशोक महतो, संजय चौधरी, काली सिंह, लालमोहन यादव, बैजनाथ महतो, नेहाल महतो आदि मौजूद थे.

समिति की ये हैं मांगें

19 फरवरी को सीसीएल मुख्यालय में, 15 फरवरी को ढोरी क्षेत्र में, 21 फरवरी को सीसीएल मुख्यालय में एवं बीएंडके, कथारा एरिया में प्रबंधन और समिति की हुई वार्ताओं के बिंदुओं को लागू किया जाये, डीआरएंडआरडी प्रोजेक्ट को अविलंब चालू किया जाये, जारंगडीह कोलियरी से संबंधित खतियानी खाता नंबर पांच के रैयतों को नौकरी व मुआवजा मिले, कोल इंडिया लिमिटेड की स्थापना के पहले अधिग्रहीत उस जमीन का मुआवजा आरएफसीटी एलआरआर एक्ट 2013 के अनुसार किया जाये जिसका बाकी है, सीएसआर मद की शत प्रतिशत राशि विस्थापित-प्रभावित गांवों के विकास में लगायी जाये, बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर स्वावलंबी बनाया जाये, सभी तरह की बहालियों व निविदाओं में विस्थापित का कोटा आरक्षित किया जाये, पिछरी कोलियरी से प्रभावित रैयतों को नौकरी व मुआवजा देकर कोलियरी चालू हो, बंद अंगवाली कोलियरी को चालू किया जाये व बकाया नौकरी दी जाये, आउटसोर्स में शत-प्रतिशत विस्थापित बेरोजगारों को रोजगार दिया जाये, पीएलसी कोयला में 50% विस्थापितों को आवंटित किया जाये, सभी विस्थापित को पेप कार्ड और मेडिकल कार्ड समय सीमा के भीतर निर्गत किया जाये.

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