Bokaro News : बच्चे की अद्वितीय क्षमता को पहचानें शिक्षक : सूरज

Bokaro News : डीपीएस चास में एक्टिव लर्निंग विषय पर एक दिवसीय इन-हाउस ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 12:58 AM

Bokaro News : शिक्षण क्षेत्र में शिक्षक शिक्षार्थियों के सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. शिक्षकों को इससे लैस करने और उन्हें सीखने में आमूल-चूल बदलाव से निपटने में मदद करने के लिए डीपीएस चास में एक्टिव लर्निंग विषय पर एक दिवसीय इन-हाउस ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया. रिसोर्स पर्सन के रूप में विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या दीपाली भुस्कुटे व चिन्मय विद्यालय बोकारो के प्राचार्य सूरज शर्मा थे. कार्यशाला में डीपीएस चास सहित कई स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका शामिल हुए.

शिक्षकों को छात्रों के ऐक्टिव लर्निंग के लिए ऐक्टिव टीचिंग, इफेक्टिव टीचिंग स्ट्रैटेजी, एफेक्टिव व ऐक्टिव टीचिंग ऐक्टिविटी प्लान तैयार करना, ऐक्टिव रूप से सीखने-सिखाने के अनुभव को प्रयोग में लाना पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया. इसके साथ ही साथ शिक्षकों को पर्सनल व प्रोफेशनल जीवन शैली के तरीकों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया. सत्र की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई. ‘क्लास मैनेजमेंट एवं ऐक्टिव टीचिंग संबंधी सेशन का संचालन रिसोर्स पर्सन दीपाली भुस्कुटे ने किया.

ब्राइटर, एवरेज व वीकर शिक्षार्थियों सहित विभिन्न क्षमताओं वाले छात्रों पर चर्चा:

एक्टिव लर्निंग पर प्रकाश डालते हुए रिसोर्स पर्सन सूरज शर्मा ने लर्निंग के क्षेत्र में रचनात्मकता व नवीनता के लिए अपने आपको सक्रिय रखने की बात कही. उन्होंने ब्राइटर, एवरेज व वीकर शिक्षार्थियों सहित विभिन्न क्षमताओं वाले छात्रों के साथ कक्षाओं के प्रबंधन में विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की. उन्होंने प्रत्येक बच्चे की अद्वितीय क्षमता को पहचानने के महत्व पर जोर दिया. विद्यालय की चीफ मेंटर डॉ. हेमलता एस मोहन ने टीचिंग-लर्निंग मेथड को और अधिक ऐक्टिव, इफ़ेक्टिव व यूजफुल बनाने पर जोर दिया.

सीखने की इच्छा हमेशा होनी चाहिए : डॉ. जोशी

इधर, एमएमजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर चार में सीबीएसइ-पटना रिजन द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. विषय था : लर्निंग आउटकम और पेडागोगी था. रिसोर्स पर्सन के रूप में बीएसएल स्कूल के प्राचार्य शिव शंकर यादव ने संबंधित विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला. प्राचार्य फादर डॉ. जोशी वर्गीस ने अतिथियों व शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए कहा : शिक्षक निरंतर सीखते हैं. हमारे अंदर सीखने और नयी तकनीक को स्वीकार करने की इच्छा हमेशा होनी चाहिए.

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