राकेश वर्मा, बेरमो : तेनुघाट अधिवक्ता संघ का पांच दशकों का गौरवमय इतिहास है. वर्ष 1980 के पहले तेनुघाट में सिर्फ एसडीओ कोर्ट व एलआरडीसी कोर्ट हुआ करता था तथा वकीलों की संख्या भी एक दर्जन से कम थी. 1981 में जब गिरिडीह से कट कर सिविल कोर्ट आया तो यहां वकीलों की संख्या में इजाफा हुआ. वर्ष 1980 के पहले भी यहां तेनुघाट बार एसोसिएशन हुआ करता था. सिविल कोर्ट के आने के बाद यहां लोकतांत्रिक पद्धति से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई. अधिवक्ता संघ तेनुघाट का नये सिरे से गठन कर 1981 में इसका पहला चुनाव कराया गया. इस चुनाव में नवल प्रसाद निर्विरोध अध्यक्ष तथा कन्हाई लाल गुप्ता सचिव चुने गये थे. वर्ष 1980 के पहले बेरमो बार एसोसिएशन के समय अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, सचिव दिनेश्वर प्रसाद तथा लाइब्रेरियन बैजू राम थे. पहले हर पांच साल पर संघ का चुनाव होता था. बाद में हर दो साल पर चुनाव होने लगा. संघ के अध्यक्ष पद पर नवल प्रसाद, कामेश्वर मिश्रा, सत्यनारायण डे, राम विश्वास महथा, कुमार अनंत मोहन सिन्हा, महासचिव पद पर कन्हाई लाल गुप्ता, कुमार अनंत मोहन सिन्हा, सीके टोपणो, समीर कुमार सामंतो, मदन गोपाल वर्मा, बसंत महतो, वकील प्रसाद महतो आदि रह चुके हैं. फिलहाल अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, महासचिव वकील प्रसाद महतो व कोषाध्यक्ष जगदीश मिस्त्री हैं.
सबसे पहले बेरमो बार एसोसिएशन ने उठायी थी बेरमो को जिला बनाने की मांग
बेरमो को जिला बनाने की मांग सबसे पहले बेरमो बार एसोसिएशन ने उठाया था. 80 के दशक में वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र प्रसाद ने इस मामले को उठाया था. इसके बाद अधिवक्ता संघ तेनुघाट इस मांग को लेकर आवाज उठाता रहा. छह दिसंबर 2013 को तेनुघाट में स्थायी कोर्ट का उद्घाटन हुआ था. स्थायी कोर्ट को यहां लाने में भी संघ की अहम भूमिका रही. साथ ही तेनुघाट में सब जज कोर्ट, सब डिविजन कोर्ट, एडिशनल सेंशन जज का कोर्ट तेनुघाट में लाने को लेकर निरंतर संघ आवाज बुलंद करता रहा. तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के पहले सब डिविजन जज सुभाष चंद्र झा थे, जो बाद में पटना हाईकोर्ट के भी जज बने थे. बेरमो के कांग्रेस नेता स्व रामाधार सिंह ने तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में पहला अधिवक्ता संघ का भवन बनवाया था. दूसरा भवन पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह के समय विधायक मद से बनाया गया. अधिवक्ता संघ तेनुघाट ने तेनुघाट में तीन जगह निजी मद से पानी टंकी का निर्माण कराया है. इसके अलावा संघ अपने सदस्यों पर किसी तरह की मुसीबत आने पर आर्थिक मदद भी करता है. संघ से जुड़े सदस्य के आकस्मिक निधन पर संघ 50 हजार रुपये का आर्थिक मदद उनके परिवार को करता है. संघ के किसी सदस्य के साथ दुर्घटना होने पर 25 से लेकर 50 हजार रुपये तक की आर्थिक मदद की जाती है.चुनाव 20 को, विभिन्न पदों पर दर्जनों उम्मीदवार आजमा रहे भाग्य
इस बार 20 दिसंबर को चुनाव होना है और दो साल की जगह लगभग तीन साल बाद चुनाव हो रहा है. विभिन्न पदों पर दर्जनों उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. अध्यक्ष पद के लिए कामेश्वर मिश्रा, मदन गोपाल वर्मा व बद्री नारायण पोद्दार, उपाध्यक्ष पद के लिए वेंकट हरि विश्वनाथन, अवध किशोर सिंह व मोहितोष चक्रवर्ती, महासचिव पद के लिए रमेंद्र कुमार सिन्हा, वकील प्रसाद महतो व वकील महतो, सहायक सचिव प्रशासन पद के लिए शंकर ठाकुर व सुशील कुमार सिंह, सहायक सचिव पुस्तकालय पद के लिए राकेश कुमार व अरुण कुमार प्रसाद, कोषाध्यक्ष पद के लिए नरेंद्र कुमार सिंह, आनंद कुमार श्रीवास्तव व गणेश तिवारी, सहायक कोषाध्यक्ष पद के लिए चंद्रशेखर प्रसाद व महेश ठाकुर तथा कार्यकारिणी समिति सदस्य पद के लिए अनिल कुमार प्रजापति, धर्मवीर कुमार जयसवाल, शारदा देवी, निरंजन महतो व नरोत्तम प्रसाद मैदान में हैं. चुनाव पदाधिकारी प्रबोध कुमार महथा, उमेश प्रसाद और बिनोद कुमार गुप्ता के साथ मनोज कुमार, मजहर जानी और पंकज कुमार झा अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है