आइडी के दुरुपयोग से करोड़ों रुपये के भुगतान का आरोप
बोकारो : आवंटित आइडी के अनधिकृत इस्तेमाल से भवन प्रमंडल में करोड़ों रुपये के भुगतान का मामला प्रकाश में आया है. विभाग के सहायक अभियंता (एइ) शंभु सिंह ने इस बाबत लेखा लिपिक अमित कुमार व कंप्यूटर ऑपरेटर आकाश मिश्र पर निजी आइडी का इस्तेमाल करने व उसका इस्तेमाल कर बिना जानकारी दिये से जालसाजी […]
बोकारो : आवंटित आइडी के अनधिकृत इस्तेमाल से भवन प्रमंडल में करोड़ों रुपये के भुगतान का मामला प्रकाश में आया है. विभाग के सहायक अभियंता (एइ) शंभु सिंह ने इस बाबत लेखा लिपिक अमित कुमार व कंप्यूटर ऑपरेटर आकाश मिश्र पर निजी आइडी का इस्तेमाल करने व उसका इस्तेमाल कर बिना जानकारी दिये से जालसाजी कर हस्ताक्षर के बगैर करोड़ों रुपये का भुगतान करने का आरोप लगाया है. एइ ने बोकारो एसपी को पत्र लिखकर एफआइआर दर्ज करने की दिशा में कार्रवाई की मांग की है. एसपी को लिखे पत्र में एइ ने कहा है कि संयुक्त सचिव, भवन प्रमंडल, रांची की ओर से उनकी पदस्थापना एइ भवन प्रमंडल तेनुघाट बोकारो के रिक्त पद पर हुई थी. पदस्थापना के बाद एइ ने जारी कार्यों का निरीक्षण किया तथा संवेदकों को प्राक्कलन के अनुरूप कार्य करने हिदायत दी. प्राक्कलन के अनुरूप कार्य नहीं करने वाले संवेदकों ने लेखा लिपिक अमित कुमार व कंप्यूटर ऑपरेटर आकाश मिश्र से संपर्क किया. एइ ने आरोप ने लगाया कि दोनों ने मिल कर उनके निजी आइडी का इस्तेमाल कर व बिना हस्ताक्षर के ही जालसाजी कर बिना हस्ताक्षर के करोड़ों का भुगतान कर दिया. उन्होंने इसके बदले बड़ी रकम की वसूली का आरोप लगाया है.
कार्यपालक अभियंता को दी जानकारी सहायक अभियंता ने गत सात मार्च को पत्र से भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता (इइ) राजकुमार राणा को कनीय अभियंता (जेइ) द्वारा फर्जी बिल देने की जानकारी दी थी. पत्र के अनुसार कनीय अभियंता (एइ) सोमर मांझी ने मापी संख्या 673 के पृष्ठ 47 से 55 के अंतर्गत आकस्मिक मरम्मती ब्लॉक सी, क्वार्टर नंबर 01 तेनुघाट का गलत विपत्र दिया गया है. स्थल जांच में बिल फर्जी पाया गया है. सहायक अभियंता ने सरकार को आर्थिक क्षति पहुंचाने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी. इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई. कोट:::आरोप गंभीर है, 20 के बाद होगी कार्रवाई : अभियंता प्रमुखइस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. लॉकडाउन के कारण अभी कार्यालय सुचारु ढंग से नहीं चल रहा है. अब जानकारी हो गयी है. आरोप गंभीर है. 20 अप्रैल के बाद इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. अरविंद कुमार, इंजीनियर इन चीफ,भवन प्रमंडल, रांचीआरोप गलत, जांच संभव है : इइ इनका आरोप निराधार व गलत है. इसकी जांच करायी जा सकती है. गलत तरीके से गलत बिल का भुगतान नहीं किया गया है. रही बात तेनुघाट में काम का तो काम का सर्टिफिकेट मिला हुआ है. कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. जांच करायी जाये.
-राजकुमार राणा, प्रभारी कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल, बोकारो