इंटर में एडमिशन नहीं कराया तो छात्रा ने कर ली खुदकुशी
लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण एक मछली विक्रेता की बेटी ने आत्महत्या कर ली. मामला चास थाना क्षेत्र के सुल्तान नगर कर्बला रोड का है. यहां के मो अब्बास अंसारी अपनी पुत्री रूख्सार परवीन (17) का इंटर में नामांकन नहीं करा पाया तो बेटी ने गुरुवार को फांसी लगा कर जान दे दी
चास : लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण एक मछली विक्रेता की बेटी ने आत्महत्या कर ली. मामला चास थाना क्षेत्र के सुल्तान नगर कर्बला रोड का है. यहां के मो अब्बास अंसारी अपनी पुत्री रूख्सार परवीन (17) का इंटर में नामांकन नहीं करा पाया तो बेटी ने गुरुवार को फांसी लगा कर जान दे दी. छात्रा ने अपने कमरे में ही नायलॉन की रस्सी से फांसी लगायी. सूचना मिलने के बाद चास पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया. घटना के बाद इलाके में मातम पसर गया है.
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लॉकडाउन में पिता की आर्थिक स्थिति गड़बड़ायी, बेटी थी तनाव में
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चास के सुल्तान नगर कर्बला रोड का है मामला
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मछली की दुकान चलाते हैं माता-पिता
पढ़ने में ठीक थी रूख्सार, आगे पढ़ने की थी इच्छा : मृतका की मां रूख्साना खातून ने चास पुलिस को दिये बयान में कहा है कि पति नूरी मस्जिद के पास मछली बेचते हैं. वह भी पति के साथ मछली ही बेचती है. उसके तीन पुत्र व तीन पुत्रियां हैं. रूख्सार सबसे छोटी थी. बताया कि लॉकडाउन के बाद उन लोगों का व्यवसाय चौपट हो गया है. बेटी 10वीं में अच्छे अंक से पास हुई थी.
इंटर में नामांकन कराना चाहती थी, लेकिन एडमिशन नहीं करा पाये. इसलिए छात्रा कुछ दिनों से गुमशुम रहती थी. पूछने पर कोई कारण नहीं बता रही थी. काफी तनाव में रहती थी. मां के अनुसार : गुरुवार की सुबह छह बजे पति-पत्नी अन्य दिनों की तरह मछली दुकान चले गये. करीब 10 बजे पति नाश्ता करने घर लौटे तो देखा कि रूख्सार नहीं है.
रूख्सार के बारे में खोज करने लगे तो उसके कमरे में वह फांसी पर झूलती हुई पायी गयी. इसके बाद पिता ने रस्सी काट कर उसे नीचे उतारा, लेकिन वह जीवित नहीं थी. फिर पुलिस को सूचना दी गयी. इधर, स्थानीय समाजसेवी अब्दुल वाहिद खान, जमील अख्तर, केसर अफरोज आदि पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी.
Post by : Pritish Sahay