नावाडीह. नावाडीह पंचमंदिर परिसर स्थित सूर्य नारायण मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है. छठ के मौके पर काफी संख्या व्रती और अन्य श्रद्धालु यहां आशीर्वाद लेने आते हैं. समाजसेवी साधु महतो ने बताया कि नावाडीह गांव में पांच दशक पूर्व पुत्र प्राप्ति की कामना को लेकर लखन राम कसेरा व उनकी पत्नी प्रमिला देवी ने छठ व्रत मनाना शुरू किया. मनोकामना पूर्ण होने के बाद भव्य आयोजन किया जाने लगा. नावाडीह में सूर्य मंदिर बनाने की इन दोनों की इच्छा थी. उनके निधन के बाद उनके पुत्र जरीडीह प्रखंड में अंचल निरीक्षक रहे सुबोध कुमार कसेरा व उनकी पत्नी मंजू देवी ने वर्ष 2010 में इसे पूरी करने का संकल्प लिया. वर्ष 2012 में नींव रखी और 2017 में सूर्य मंदिर बनकर तैयार हो गया. यहां स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से सात घोड़े पर सवार भगवान सूर्च की प्रतिमा स्थापित की गयी. वर्ष 2020 में सुबोध कुमार कसेरा का निधन हो गया. इसके बाद इनके पुत्र व पुत्रवधू छठ पर्व करते आ रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है