बोकारो. बोकारो जिला के 73 शिक्षकों को गत बुधवार को शो-कॉज करने का मामला गरमा गया है. इन पर 80 उत्कृष्ट विद्यालयों व 325 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति/पदस्थापन के लिए 25 जुलाई से 29 जुलाई तक जैक, रांची में आयोजित ओरिएंटेशन-कम- असेसमेंट कार्यक्रम में भाग नहीं लेने का आरोप लगा है. झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ, बोकारो के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूरे झारखंड में केवल 212 शिक्षक ही उक्त आकलन परीक्षा में अनुपस्थित थे, जिनमें बोकारो के आठ शिक्षक शामिल हैं. ऐसे में जिला के 73 शिक्षकों को शो-कॉज किया जाना बिल्कुल बेबुनियाद है. यह डीइओ की बदले की भावना और शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के भाव को दर्शाता है.
भूल सुधारने के बजाय प्रताड़ित कर रहा विभाग
संघ के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि डीइओ द्वारा शिक्षकों को व्हाट्स ऐप चैट से ऑफिस ग्रुप में कहा जा रहा है कि वेतन निर्गत करने का समय आ गया है. नेताजी लोग के चक्कर में रहेंगे तो वक्त लगेगा. पदाधिकारी का ऐसा कदम किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं है. संघ के जिला सचिव डॉ अवनीश कुमार झा ने बताया कि कार्यालय अपनी भूल सुधारने के बजाय शिक्षकों को बिना किसी गलती के परेशान कर रहा है. पदाधिकारी का अपने अधीनस्थ कर्मियों व शिक्षकों के प्रति ऐसी मानसिकता रखना अशोभनीय है. तथ्य है कि शिक्षक अपनी गरिमा के अनुसार ही काम करते हैं.
शो-कॉज करने पर जतायी नाराजगी
उपाध्यक्ष कौशल कुमार मुखर्जी ने कहा कि ऐसे पत्रों से शिक्षकों का मनोबल गिरता है. यदि शिक्षक ऐसे तनाव में रहेंगे तो पठन-पाठन कैसे करेंगे. संरक्षक डॉ अजय कुमार पाठक, संयुक्त सचिव डॉ शक्ति पद महतो व प्रांतीय गुणात्मक शिक्षा समिति सदस्य धनंजय कुमार ने भी आकलन परीक्षा में उपस्थित शिक्षकों को शो-कॉज करने पर नाराजगी जतायी है.
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