पांच वर्षों का इंतजार होगा खत्म, जलसंकट से मिलेगी निजात, चास जलापूर्ति योजना फेज 2, दिसंबर में होगा चालू
चास नगर निगम क्षेत्र के जलापूर्ति योजना फेज दो के दिसंबर में चालू होने की संभावना है. बता दें कि जलापूर्ति योजना फेज दो को करीब 156 करोड़ की लागत से वर्ष 2018 में शुरू किया गया है, अभी तक 75 फीसद काम हुआ है.
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चास जलापूर्ति योजना फेज दो के दिसंबर में चालू होने की संभावना
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28 बोक 36 – तेलमच्चो पुल के पास निमित्त वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
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पांच वर्षों का इंतजार होगा खत्म, जलसंकट से मिलेगी निजात
राजू नंदन,चास : चास नगर निगम क्षेत्र के जलापूर्ति योजना फेज दो के दिसंबर में चालू होने की संभावना है. बता दें कि जलापूर्ति योजना फेज दो को करीब 156 करोड़ की लागत से वर्ष 2018 में शुरू किया गया है, अभी तक 75 फीसद काम हुआ है. योजना को नगर विकास विभाग व नगर निगम ने 29 दिसंबर तक चालू करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. योजना की जिम्मेदारी टाटा की कंपनी जुस्को को दी गयी है. निगम की ओर से कार्य एजेंसी को लगातार निर्धारित समय के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया जा रहा है. जुस्को कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर नागेंद्र कुमार ने बताया कि इस योजना को जनवरी और फरवरी माह के बीच पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इसको लेकर विभाग को पत्राचार कर समय विस्तार करने का मांग की जायेगी.
काम को पूरा करने के लिए कई बार किया गया समय विस्तार
बताते चलें कि जलापूर्ति योजना फेज एक से सिर्फ अभी तक करीब छह हजार घरों में ही पेयजल आपूर्ति करने में निगम को सफलता मिली है. जबकि क्षेत्र में 30 हजार से अधिक घरों की संख्या है. फेज एक से पूरे क्षेत्र में जलापूर्ति करने में सफलता नहीं मिल पा रही थी. इसको देखते हुए फेज दो योजना पर काम हो रहा है. योजना को तीन साल के अंदर पूरा करना था, लेकिन निर्धारित समय पर काम पूरा नहीं होने पर नगर विकास विभाग की ओर से समय का विस्तार किया गया है. आपको बताते चलें कि चास नगर निगम क्षेत्र के लोग बीते पांच दशक से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. फिलहाल पांच वर्षों के बाद भी इस योजना को धरातल पर सफलता पूर्वक उतारने में सफलता नहीं मिली है.
निगरानी के अभाव में हो रही देरी
बेहतर ढंग से काम की निगरानी नहीं होने से इस योजना को पूरा होने में देरी हो रही है. इसका खामियाजा आमजनता को भोगना पड़ रहा है. बताते चलें कि इस योजना के तहत छह जलमीनार का निर्माण करना है, जबकि अभी तक सिर्फ दो जलमीनार का ही निर्माण हो पाया है. शेष अन्य जलमीनार का निर्माण अभी भी 20 फीसदी से अधिक बाकी है. वहीं इस योजना के तहत 199 किलोमीटर पाइपलाइन का विस्तार करने का लक्ष्य निर्धारित है. जबकि अभी तक सिर्फ 180 किलोमीटर पाइपलाइन का विस्तार करने में एजेंसी को सफलता मिली है. इंटेक वेल सहित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में करीब 25 फीसदी काम होना बाकी है.
जुस्को कंपनी को दिसंबर माह में हर हाल में योजना चालू करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गयी है. इसको लेकर नगर निगम काफी गंभीर है. फिलहाल जलापूर्ति योजना फेज दो को लेकर 30 अक्टूबर को एजेंसी के साथ बैठक की जायेगी. बैठक में निर्धारित समय के अंदर पूरा करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जायेगा. ताकि समय पर काम पूरा हो जाने से निगम क्षेत्र के शतप्रतिशत घरों में पेयजल आपूर्ति करने में सफलता मिल सके.
मुक्ति किंडो, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम
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