बोकारो. बोकारो जिला में जिला परिषद सदस्यों का कलह एक बार फिर से खुलकर सामने आ गया है. जिप अध्यक्ष सुनीता देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग को लेकर 26 जिप सदस्यों का हस्ताक्षरित ज्ञापन मंगलवार को बोकारो डीसी विजया जाधव को सौंपा गया. इसकी खबर जिप अध्यक्षा सुनीता देवी को लगते ही वह फौरन 12 सदस्यों के साथ डीसी कार्यालय पहुंचीं. खुद के पक्ष में समर्थन का दावा किया. कुल जिप सदस्य 31हैं तो ऐसे में विरोध में 26 व समर्थन में 12 सदस्यों का होना संदेह पैदा करता है.
भाई-भतीजावाद का आरोप
जिप उपाध्यक्ष बबीता देवी व सदस्य डॉ सुरेंद्र राज ने बताया : अध्यक्षा जिप की कार्यवाही से उदासीन हैं. परोक्ष रूप से संविदा आदि में हस्तक्षेप के कारण झारखंड पंचायत राज अधिनियम-2001 के प्रावधान के तहत अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया गया है. अध्यक्ष द्वारा नियमित बैठक आहूत नहीं करने से योजनाओं का क्रियान्वयन व विकास कार्य बाधित होता है. विभिन्न समितियों के लिए सभापति व सदस्य का मनोनयन नहीं किया गया है तथा दो वर्ष के बाद भी समिति की कोई भी बैठक नहीं आहूत की गयी है. योजनाओं के क्रियान्वयन में भारी अनियमितता व मनमानापन होता है. भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया जा रहा है. उनका भतीजा संदीप व पति चितरंजन साव संवेदकों को डराते-धमकाते हैं. जिप सदस्यों ने कहा : जिप की अध्यक्ष सुनीता देवी के पति चितरंजन साव जिप के कामकाज में अनावश्यक हस्तक्षेप करते हैं.
सदस्यों के नकली हस्ताक्षर के इस्तेमाल का आरोप
इधर, जिप अध्यक्ष सुनीता देवी अपने पति चितरंजन साव के साथ डीसी ऑफिस पहुंचीं. 12 जिप सदस्य के हस्ताक्षर व 11 जिप सदस्यों की मौजूदगी में डीसी को समर्थन पत्र दिया गया. जिप अध्यक्ष ने कहा कि कुछ जिप सदस्यों के नकली हस्ताक्षर से अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की जा रही है. जिप को अस्थिर करने की साजिश हो रही है. साथ ही प्रतिष्ठा हनन का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने लगाये जा रहे आरोपों को गलत बताया.
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