तमिलनाडु, तेलंगाना व आंध्रप्रदेश में फंसे गोमिया के 42 मजदूर परेशान

गोमिया प्रखंड के मजदूरों की विभिन्न प्रदेशों में लॉकडाउन से उपजे विषम हालात में फंसने की खबरें लगातार मिल रही हैं. महुआटांड़ क्षेत्र अंतर्गत टीकाहारा के मड़वाडीह, कंडेर के दरहाबेड़ा, बारीडारी के बरैया, तुलबुल के हरदियामो, कोदवाटांड़, ललपनिया, कुंदा, मुरपा के 23 मजदूर भी तमिलनाडु के तिरुपुर के पलाडम में फंसे हुए हैं और भारी परेशानी झेल रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 1, 2020 5:17 AM

महुआटांड़ : गोमिया प्रखंड के मजदूरों की विभिन्न प्रदेशों में लॉकडाउन से उपजे विषम हालात में फंसने की खबरें लगातार मिल रही हैं. महुआटांड़ क्षेत्र अंतर्गत टीकाहारा के मड़वाडीह, कंडेर के दरहाबेड़ा, बारीडारी के बरैया, तुलबुल के हरदियामो, कोदवाटांड़, ललपनिया, कुंदा, मुरपा के 23 मजदूर भी तमिलनाडु के तिरुपुर के पलाडम में फंसे हुए हैं और भारी परेशानी झेल रहे हैं. पूर्व विधायक को दी गयी है सूची : तमिलनाडु में फंसे मजदूरों में से एक दुलारचंद मरांडी ने बताया कि राशन भी खत्म होने को है. पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद को सूची उपलब्ध करवाते हुए उन्होंने घर वापसी की गुहार की है. यहां फंसे मजदूरों में मड़वाडीह के दुलारचंद मरांडी, रूपलाल, रवींद्र, रामदास, प्रेमचंद मरांडी, विनोद सोरेन, हीरालाल, रामकुमार, महावीर, इंद्रनाथ सोरेन, बरैया के रामचंद्र हेंब्रम, दरहाबेड़ा के अगयलाल टुडू, बोरवाकोचा के विनोद मरांडी, महादेव बास्के, पिपराजारा के मुन्ना टुडू, केरी के सोहन मुर्मू, कुंदा के भीम सोरेन, चैलया के प्रकाश टुडू, मुरपा के सुखदेव मुर्मू, कोदवाटांड़ के रामचंद्र हांसदा व ललपनिया के उमेश मुर्मू तथा हरदियामो के विश्वनाथ हेंब्रम आदि हैं.

सीएम को अवगत कराया स्थिति से : केरी निवासी श्यामदेव सोरेन ने कई अन्य प्रदेशों में फंसे यहां के मजदूरों की सूची और तस्वीर उपलब्ध करायी. बताया कि फंसे मजदूरों के बाबत पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद को जानकारी दी गयी है. इस बाबत प्रभात खबर से एक बातचीत में पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि गोमिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तीनों प्रखंडों के कुल करीब एक हजार फंसे हुए मजदूरों की सूची उनके पास है. उनकी फौरी राहत के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को वस्तुस्थिति का विवरण दिया गया है. तेलंगाना में नौ मजदूर फंसे : तेलंगाना के केवी रंगारेड्डी जिला में गोमिया के केरी गांव के नौ मजदूर फंसे हुए हैं. यहां भी उन्हें राशन से संबंधित परेशानी है. इनमें सुखराम बास्के, मंटू मरांडी, महावीर बास्के, महेंद्र बास्के, सतीश मरांडी, शनिचरवा हेंब्रम, प्रशांत मरांडी, संदेव मरांडी, दुलाराम मुर्मू आदि शामिल हैं.आंध्र प्रदेश के चितुर में भी फंसे हैं केरी के दस मजदूर : आंध्रप्रदेश के चितुर जिला में भी टीकाहारा के दस मजदूर फंसे हुए हैं. इनमें बाबूचंद हेंब्रम, गजेंद्र हेंब्रम, साजन तुरी, निखिल करमाली, मंटू करमाली, बालेश्वर करमाली, नारायण करमाली, बालेश्वर हेंब्रम, दुर्गा हेंब्रम, विनोद तुरी आदि शामिल हैं. हालांकि यहां मजदूरों को कंपनी खाना उपलब्ध करा रही है, पर वे घर आना चाहते हैं.

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