बोकारो : जरीडीह में खांजो नदी में मामा के साथ नहाने गए दो भांजे डूबे, तीनों की हो गई मौत
परिजनों ने नदी के किनारे देखा कि कार खड़ी है. तीनों के कपड़े, जूते और मोबाईल फोन कार के अंदर रखे हुए हैं. उसके बाद पुलिस व स्थानीय लोगों को पता चला, तो लोग वहां पहुंचे. पुलिस भी पहुंची. देर रात तक लोगों ने तीनों की खोजबीन की.
बोकारो जिले के जरीडीह थाना क्षेत्र के जैना बस्ती स्थित खांजो नदी में नहाने गये मामा व दोनों भांजे का शव रविवार को मिला.जहां रविवार सुबह नौ बजे स्थानीय लोगों व खेतको के गोताखोर टीम ने तीनों के शव को नदी के तेज धार से खोज निकाला.जरीडीह सर्किल इंस्पेक्टर शंकर कामती,जरीडीह थाना प्रभारी ललन रविदास व सीओ नरेश रजक के निर्देश पर जैना बस्ती निवासी सोना राम सोरेन व संजय सोरेन नदी में उतर कर खोजबीन शुरू की.
आज सबसे पहले मिला मामा निलेश राय का शव
इसके बाद उन दोनों को आधे घंटे के बाद मामा निलेश राय का शव नदी में मिला. उसके बाद बड़े भांजे आकाश राय का शव भी इसी जगह मिला.वहीं छोटे भांजे मनीष राय का शव नहीं मिल रहा था.उसे भी गोताखोरों की टीम ने एक घंटे के बाद उसी जगह से खोज निकाला.गोताखोर ने बाताया कि जिस जगह से तीनों का शव मिला है, उस जहां कुआं जैसा काफी बड़ा गड्ढा है.
नदी में मिले कुआं जैसे गड्ढे, झाड़ियों में फंसा शव
इसी गड्ढे में डूबने से तीनों लोगों की मौत हो गई. शव झाड़ियों में फंस गया था. इसलिए बाहर नहीं निकल रहा था. मालूम हो कि बीते शनिवार को जैनामोड़ स्थित शिक्षक कॉलोनी निवासी मनोज राय के दोनों पुत्र आकाश राय व मनीष राय इन दोनों का मामा निलेश राय के साथ बलेनो कार (जेएच 09एपी/1224) में सवार होकर घर से खांजो नदी नहाने निकाला था.
मां ने फोन किया, तो बेटे ने कहा- खांजो नदी में नहा रहे हैं
इसके बाद आकाश व मनीष राय की मां सिंपी देवी ने दोपहर तीन बजे अपने पुत्र से फोन पर बात की. बेटे ने कहा कि वह खांजो नदी में नहा रहा है. फिर कुछ देर बाद जब दोबारा फोन किया, तो उसने फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद परिजनों को कुछ अनहोनी की आशंका हुई. शाम तक घर नहीं पहुंचने पर परिजन खोजबीन करने के लिए खांजो नदी पहुंचे.
नदी किनारे खड़ी कार में रखे थे कपड़े, जूते, मोबाईल
परिजनों ने नदी के किनारे देखा कि कार खड़ी है. तीनों के कपड़े, जूते और मोबाईल फोन कार के अंदर रखे हुए हैं. उसके बाद पुलिस व स्थानीय लोगों को पता चला, तो लोग वहां पहुंचे. पुलिस भी पहुंची. देर रात तक लोगों ने तीनों की खोजबीन की, लेकिन किसी का कुछ पता नहीं चला. परिजनों ने बताया कि निलेश राय इसी कार से शनिवार को अपने घर धनबाद वासेपुर पांडरपाल से जैनामोड़ अपने दीदी के घर पहुंचा था.
निलेश राय के निधन पर सरकारी कर्मचारियों ने जताया शोक
निलेश राय बोकारो डीपीएलआर के सेवानिवृत्त अमीन एवं संतोष राय का छोटा पुत्र था. घटना की सूचना मिलने पर परिवार के सभी लोग नदी पहुंचे थे.यहां सभी लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था. उधर, इस घटना से डीपीएलआर जितेंद्र सिंह, सोहेल आलम, जीतू बाउरी, मनोज कुमार दुबे, जगन्नाथ राय, अरविंद कुमार पांडेय, अवधेश कुमार प्रजापति समेत सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
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