गिरिडीह सीट से तीन झामुमो नेता बने हैं सांसद
गिरिडीह सीट से तीन झामुमो नेता बने हैं सांसद
बेरमो़ गिरिडीह लोकसभा सीट से झामुमो ने वर्ष 1977 में पहली बार अपना प्रत्याशी उतारा था. इस चुनाव में बिनोद बिहारी महतो प्रत्याशी बनाये गये थे, लेकिन उन्हें तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था. इस चुनाव में जनता पार्टी के रामदास सिंह (मजदूर नेता) ने जीत दर्ज की थी. दूसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ इम्तियाज अहमद रहे थे. वर्ष 1980 के लोकसभा चुनाव में पुन: बिनोद बिहारी महतो झामुमो के प्रत्याशी बने, लेकिन फिर उन्हें तीसरे स्थान मिला. इस चुनाव में कांग्रेस व इंटक नेता बिंदेश्वरी दुबे ने जीत दर्ज की. दूसरे स्थान पर भाजपा के रामदास सिंह रहे थे. वर्ष 1984 के चुनाव में भी बिनोद बिहारी महतो ने झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान प्राप्त हुआ. कांग्रेस प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद ने चुनाव जीता. तीसरे स्थान पर भाजपा के रामदास सिंह रहे. 1989 में बिनोद बिहारी महतो मात्र आठ हजार मतों के अंतर से भाजपा के रामदास सिंह से हार गये थे. इसके बाद 1991 के मध्यावधि चुनाव में बिनोद बिहारी महतो ने जीत दर्ज कर पहली दफा इस सीट को झामुमो के खाते में डाला था. उन्होंने इस चुनाव में भाजपा के रामदास सिंह को पराजित किया था. तीसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ सरफराज अहमद रहे थे. लेकिन बिनोद बिहारी महतो के निधन के बाद 1992 में उप चुनाव हुआ तथा झामुमो ने उनके पुत्र राजकिशोर महतो को प्रत्याशी बनाया. श्री महतो ने इस सीट को दूसरी बार झामुमो की झोली में दिया. 2004 के चुनाव में मांडू के झामुमो विधायक गिरिडीह सीट से झामुमो के प्रत्याशी बनाये गये और उन्होंने रिकाॅर्ड मतों से जीत दर्ज की. लेकिन 2009 के चुनाव में झामुमो के टेकलाल महतो चुनाव हार गये तथा भाजपा के रवींद्र पांडेय को जीत मिली. 2014 के चुनाव में झामुमो ने जगरनाथ महतो को प्रत्याशी बनाया, लेकिन वह जीत नहीं सके. इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुमार पांडेय को 3,91,913 तथा झामुमो के जगरनाथ महतो को 3,51,600 मत मिले थे. इसके बाद 2019 के चुनाव में जगरनाथ महतो दुबारा झामुमो के प्रत्याशी बनाये गये. इस चुनाव में एनडीए गठबंधन से आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी ने जीत दर्ज की. श्री चौधरी को 6,48,277 और श्री महतो को 3,99,930 मत मिले. वर्ष 1996 एवं 98 में राजकिशोर महतो झामुमो मार्डी गुट के प्रत्याशी थे तो 1999 में पूर्व विधायक शिवा महतो झामुमो मार्डी गुट के प्रत्याशी बने थे.