भूली, सिजुआ,गोमो के तीन युवकों ने की खुदकुशी, दो की माली हालत ठीक नहीं थी

कोयलांचल में सोमवार को आत्महत्या की तीन घटनाएं सामने आयीं. तीनों अलग-अलग जगह के युवकों ने तनाव में आकर खुदकुशी की है. भूली व सिजुआ के युवकों ने जहां आर्थिक तंगी के कारण फांसी लगायी

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2020 6:14 AM

कोयलांचल में सोमवार को आत्महत्या की तीन घटनाएं सामने आयीं. तीनों अलग-अलग जगह के युवकों ने तनाव में आकर खुदकुशी की है. भूली व सिजुआ के युवकों ने जहां आर्थिक तंगी के कारण फांसी लगायी, वहीं गोमो के युवक ने तनाव में आकर जान दे दी. हाल के िदनों में कोयलांचल में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ीं है. धनबाद के अलावा बोकारो व िगरिडीह में 100 से अिधक लोगों ने जान दे दी है.

निलंबित बीसीसीएलकर्मी ने रूम बंद कर लगा ली फांसी : भूली : भूली डी-ब्लॉक सेक्टर 10 क्वार्टर नंबर 29 में रहने वाले बीसीसीएलकर्मी मेघनाथ प्रधान (48) ने रविवार सुबह करीब नौ बजे अपने घर के किचन रूम में डिस के तार से झूल कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फांसी लगाने से पहले उसने अपनी पत्नी को दूसरे रूम में बंद कर दिया था. घटना के समय उसके दोनों बेटे घर में नहीं थे. छोटा बेटा (10) ताइक्वांडो सीख कर लौटा तो देखा कि दरवाजा बंद है. उसके बाद उसने आसपास के लोगों को बुलाया. लोगों ने दरवाजे को धक्का देकर खोलने की कोशिश की.

बालकनी से कूद कर लोग घर में घुसे तो मेघनाथ को फांसी के फंदे से झूलता हुआ पाया गया. इधर, उसकी पत्नी उर्मिला दूसरे कमरे में बंद होकर चिल्ला रही थी. लोगों ने उसे भी मुक्त किया. इधर, पुलिस ने पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मेघनाथ तेतुलमारी कोलियरी में शॉवेल ऑपरेटर था. लेकिन, ड्यूटी आवर कुछ गलती के कारण लगभग छह-सात महीना पहले उसे कंपनी ने सस्पेंड कर दिया था. परिजनों के दबाव में बीच-बीच में वह एकाध-दिन ड्यूटी जाता था.

निलंबन मुक्त नहीं होने से तनाव में रहने लगा था : मृतक की पत्नी उर्मिला के अनुसार अपने घर छत्तीसगढ़ में घर बनाने के लिए उसके पति ने लोगों से काफी ऋण लिया था. सारी पूंजी घर बनाने में झोंक दी. इधर, निलंबित होने के बाद घर की स्थिति खराब हो गयी. परिवार को चलाने के लिए दो बेटियां शक्ति मार्केट में कपड़ा दुकान में काम करने लगी. काम सीख गयी तो दोनों बेटियां पंजाब काम करने के लिए चली गयी. इधर, लेनदार ऋण का तगादा करने लगे. नहीं दे पाने की स्थिति में वह शराब पीने लगा. नशे में रहने लगा और तनाव में जिंदगी जीने लगा. उसने आत्महत्या आर्थिक तंगी में की है.

गुपचुप बेचता था, हुआ बेरोजगार, लगायी फांसी : सिजुआ : कोरोना संकट के चलते बेरोजगारी का दंश झेल रहे एक युवक ने रविवार की रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना जोगता थाना क्षेत्र के जोगता 15 नंबर (उजाला क्लब) के समीप की है. मृतक का नाम जयराम दास था. उसकी उम्र लगभग 25 थी. वह गुपचुप बेच कर अपने परिवार की आजीविका चलाता था. जोगता पुलिस ने शव का पंचनामा बना उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

शाम को पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंपा गया. जयराम के पिता नेपाल दास ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बाजार बंद है. इस कारण गुपचुप की दुकान बंद हो गयी थी. इस कारण उसका पुत्र काफी तनाव में रहता था. उन्होंने बताया कि उसका पुत्र रविवार की रात खाना खाकर घर में सोया था. सुबह परिवार के सदस्यों की नींद खुली तो घर का दरवाजा खुला देखा. जब अंदर निगाहें गयीं, तो गमछे से झूलता जयराम दिखा. परिजनों की मानें तो तंगहाल भरी जिंदगी से से तनावग्रस्त होने के कारण ही जयराम ने खुदकुशी जैसा कदम उठाया. जयराम शादीशुदा था.

फंदे से झूल गया आगरा से गोमो लौटा दीनू महतो : गोमो. हरिहरपुर थाना क्षेत्र के संथालडीह में दीनू महतो (42) ने रविवार की रात फंदे से झूल खुदकुशी कर ली. दीनू रविवार की शाम नशे में धुत होकर अपने कमरे में घुसा और दरवाजा बंद कर दिया. दीनू की पत्नी देवंती देवी तथा बेटी पूजा कुमारी पुराने घर में खाना बना रही थीं. पूजा रात में पिता को खाना खिलाने के लिए उठाने गयी, तो दरवाजा नहीं खुला. हल्ला सुनकर लोग जुट गये.

दीनू के पुत्र सूरज महतो के अनुसार, दरवाजा खोलने पर दीनू गमछा को फंदा बना झूल गया था. सोमवार की सुबह पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. सूरज ने पुलिस को बताया कि घर में किसी प्रकार का विवाद नहीं था. देवंती देवी ने बताया कि उसके पति टावर लगाने में मजदूरी करते थे. वह जनता कर्फ्यू से कुछ दिन पहले आगरा से आये थे. फिर लॉकडाउन में यहीं फंस गये. बेरोजगारी की वजह से आर्थिक तंगी हो गयी थी.

Post by : Pritish Sahay

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