Bokaro News : बीएंडके प्रबंधन के साथ कारो के विस्थापितों की त्रिपक्षीय वार्ता

Bokaro News : सीसीएल बीएंडके एरिया के करगली ऑफिसर्स क्लब में शुक्रवार की देर शाम बेरमो के नये एसडीएम मुकेश मछुवा की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय वार्ता हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 1:01 AM

Bokaro News : सीसीएल बीएंडके एरिया के करगली ऑफिसर्स क्लब में शुक्रवार की देर शाम बेरमो के नये एसडीएम मुकेश मछुवा की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. बैठक में बेरमो अंचल अधिकारी संजीत कुमार सिंह सहित सीसीएल हेडक्वार्टर के एलएंडआर बलवंत सिंह, नवनीत झा, पीएंडआर पीके लाला, ए चौधरी, बीएंडके जीएम के रामाकृष्णा सहित कारो बस्ती के विस्थापित शामिल थे. कारो बस्ती के विस्थापितों ने 28 सितंबर से कारो परियोजना का बेमियादी चक्का जाम करने का नोटिस दिया था. इसके आलोक में प्रबंधन ने बैठक बुलायी. बेरमो एसडीएम ने कहा कि प्रबंधन विस्थापितों को नजरअंदाज कर माइंस संचालित ना करें. विस्थापित अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं और नियम के तहत उन्हें अधिकार दिलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन विस्थापितों को साथ लेकर खदान संचालित करे एवं स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराये.

वंंशावली के लिए सीओ से मिलें :

एसडीएम ने कहा कि प्रबंधन की ओर से 2019 कट ऑफ डेट की तिथि में संशोधन करने की दिशा में पहल करे, ताकि वंचित विस्थापितों को भी उसमें शामिल किया जा सके. जिन विस्थापितों की जमीन माइंस में अधिग्रहीत की गयी है, उन्हें सीसीएल की आरएंडआर पॉलिसी के तहत नियोजन व मुआवजा उपलब्ध कराएं. कट ऑफ डेट गांव का सर्वे करवा कर एवं गांव वालों की सहमति के साथ ही निर्धारित करे. कहा कि जिन विस्थापितों की वंशावली बनाने में बाधा आ रही है, वह अंचल अधिकारी से जाकर मिलें, उनकी वंशावली बनायी जायेगी.

सीसीएल हेडक्वार्टर के एलएंडआर बलवंत सिंह, नवनीत झा ने कहा कि विस्थापितों की जो भी मांगे हैं इसका मुख्यालय स्तर से निदान किया जा रहा है. वंशावली के कारण कई विस्थापितों का नियोजन व मुआवजा लंबित है. बैठक में विस्थापितों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उससे मुख्यालय के अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा.

परियोजना के विस्तार के लिए कारो बस्ती की शिफ्टिंग जरूरी :

जीएम श्री कृष्णा ने कहा कि परियोजना की कोयला खदान के विस्तार के लिए कारो बस्ती की शिफ्टिंग जरूरी है. कहा कि कोल इंडिया की आर-आर पॉलिसी के तहत नियोजन व मुआवजा देगी. अजय गंझु की नौकरी को लेकर मुख्यालय स्तर से पहल की जा रही है. जल्द ही उसे नौकरी पर बहाल कर लिया जायेगा.

वार्ता में मिनट्स बनता है, परंतु धरातल पर कुछ नहीं :

वार्ता में विस्थापितों ने कहा कि हमलोग वर्षों से अपने अधिकार को लेकर आंदोलनरत हैं. प्रबंधन प्राथमिकता से साथ उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है. प्रबंधन के साथ वार्ता होती है, मिनट्स बनता है, परंतु धरातल पर कोई भी काम नहीं होता है. 1984 में सीसीएल ने हम लोगों की जमीन का अधिग्रहण किया और 40 वर्ष बीत जाने के बाद भी सीसीएल अब तक हम लोगों को अधिकार से वंचित रखा है. प्रबंधन को नियोजन संबंधित कागजात जमा करने के बाद भी नियोजन के दिशा में कोई पहल नहीं की जाती है.

वार्ता जारी, नहीं बन पायी कोई सहमति :

समाचार लिखे जाने तक बैठक जारी है और कोई सहमति नहीं बन पायी थी. मौके पर प्रबंधन की ओर से पीओ एसके सिन्हा, एसओपीएंडपी एसके झा, मैनेजर चिंतामन मांझी, बीके ठाकुर, मनीष माहेश्वरी सहित विस्थापित सुरेंद्र गंझू, प्रताप सिंह, परशुराम सिंह, सोहनलाल मांझी, संजय गंझु, अजय गंझू, संतोष गंझु, रामकुमार मांझी, कामिनी देवी, गुड़िया देवी, मेघवाल गंझु आदि मौजूद थे.

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