फुसरो में दो दिवसीय प्रांतीय संस्कृति महोत्सव शुरू

फुसरो में दो दिवसीय प्रांतीय संस्कृति महोत्सव शुरू

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 11:31 PM

फुसरो. विद्या विकास समिति झारखंड के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय प्रांतीय संस्कृति महोत्सव फुसरो में शनिवार को शुरू हुआ. इसके तहत अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर फुसरो और कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन ढोरी में कई कार्यक्रम होंगे. अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की ओर से अवध विवाह भवन में उद्घाटन समारोह का आयोजन किया. उद्घाटन बेरमो विधायक कुमार जयमंगल, समिति के धनबाद विभाग प्रमुख विवेक नयन पांडेय, प्रदेश सचिव अजय कुमार तिवारी, क्षेत्रीय मंत्री राम अवतार नरसरिया, विद्यालय के सचिव सह कार्यक्रम संयोजक अमित कुमार सिंह, समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश शर्मा, कोषाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा, डॉ पूजा आदि ने किया.

मौके पर विधायक श्री सिंह ने कहा कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर ढोरी का नया भवन डेढ़ करोड़ रुपये से बनवाया जायेगा. इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है. शिक्षा को बढ़ावा देने में सभी का योगदान होना चाहिए. अनपति देवी विद्यालय को बनवाने में स्व कामेश्वर शर्मा ने काम किया था. मेरे पिता स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह का भी योगदान रहा था. मैंने और मेरे पिता ने हमेशा शिक्षा को राजनीति से अलग रखा है. कोई भी संस्थान गलत नहीं होता है, व्यक्ति गलत हो सकता है.

श्री नारसरिया ने कहा कि विद्या भारती की स्थापना के 72 वर्ष हो गये हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में वर्ष 1952 में छोटे स्तर पर इसकी स्थापना की गयी थी. आज पूरे भारत में इसके 25 हजार औपचारिक विद्यालय हैं. कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि सांस्कृतिक महोत्सव में प्रश्नमंच, मूर्तिकला, आचार्य पत्रवाचक, लोक नृत्य, त्वरित भाषण व कथा कथन के लिए अलग-अलग मंच से बच्चे अपने प्रतिभा दिखा रहे हैं. आचार्य और शिक्षकों के लिए प्रतियोगिता आयोजित होगी. मौके पर लोक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया.

कार्यक्रम में बेरमो प्रमुख गिरिजा देवी, अग्रवाल महासभा के अनिल अग्रवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अर्चना सिंह, कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन ढोरी के सचिव धीरज पांडेय, विद्यालय की सह सचिव दीपा कुमारी, मकोली विद्यालय के अखिलेश सिंह, तुपकाडीह विद्यालय के गणेश पाल, जमशेदपुर के अभिलाष गिरि, बीडीए कॉलेज पिछरी के पूर्व प्राचार्य रवींद्र सिंह, भरत सिंह पब्लिक स्कूल की प्राचार्या शिखा चटर्जी सहित सुदेश कुमार दास, अर्पणा सिंह, मधुसूदन सिंह, दयानंद बरनवाल, छेदी नोनिया, संतन सिंह, ललित अग्रवाल, रीमा देवी, सुमित बंसल, संत सिंह, टुनटुन तिवारी, मंटू गिरि, सुनील चंद्र झा, भगवती नोनिया, श्रेया बरनवाल, तुलसी ठाकुर, ओम प्रकाश सिंह, प्रेम टुडू, रमेश कुमार, बृजेश कुमार, ओम शंकर सिंह,सुरेश मंडल, सुशांत राईका, अजय झा, बसंत पाठक, प्रदीप भारती, शंकर भदानी आदि उपस्थित थे. इधर, कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन में भी उद्घाटन कार्यक्रम हुआ. यहां पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय, क्षेत्रीय मंत्री राम अवतार नरसरिया, धनबाद विभाग के प्रमुख विवेक नयन पांडेय, उपाध्यक्ष डॉ पूजा, कार्यक्रम संयोजक सह विद्यालय सचिव धीरज कुमार पांडेय, संकुल संयोजक अमित कुमार सिंह, प्रधानाचार्य रणसुमन सिंह आदि ने किया. श्री पांडेय ने कहा कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेवा, समर्पण व गुरुकुल परंपरा के वाहक हैं. प्रदेश सचिव अजय कुमार तिवारी ने कहा कि विज्ञान मेला प्रश्न मंच के माध्यम से वैज्ञानिक प्रतिभा का विकास होता है. नये विचारों, विज्ञान के व्यावहारिक उपयोग, भारत की गौरवशाली अतीत व परंपरा को साथ लेकर चलना चाहिए. कार्यक्रम का संचालन देवघर विभाग के प्रमुख सुरेश मंडल ने किया. मौके पर सह सचिव दीपा कुमारी, भूली विद्यालय के सचिव फूल सिंह, बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी, ओम शंकर सिंह, डॉ प्रह्लाद बरनवाल, अर्चना सिंह, राकेश शर्मा, दीपक अग्रवाल, अखिलेश कुमार, ओम प्रकाश सिन्हा, रामनरेश द्विवेदी, संजीव कुमार साहू, शर्मेंद्र कुमार साहू, राजीव रंजन, तुलसी ठाकुर, राधा देवी, अविनाश तिवारी, राजेंद्र अग्रवाल, गणेश महतो, बृजेश कुमार सिंह, ब्रेन कुमार टुडू, ओम प्रकाश सिन्हा, राजेश प्रसाद, भाई प्रमोद सिंह, राधा देवी, सुशांत राईका, राकेश मालाकार, रामनरेश द्विवेदी, अजय झा, बसंत पाठक आदि मौजूद थे.

दोनों स्कूलों में होंगे कई कार्यक्रम

अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, फुसरो में आठ प्रतियोगिताएं हो रही हैं. इसे दो खंडों में बांटा गया है. पहला खंड है संस्कृति महोत्सव. दूसरे खंड में कथा कथन, आशु वचन, मूर्ति कला प्रतियोगिताएं और आचार्य व शिक्षकों के लिए प्रतियोगिता हो रही है. लगभग साढ़े चार सौ प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन ढोरी में विज्ञान की प्रश्न मंच प्रतियोगिता हुई. इसमें लगभग साढ़े चार सौ प्रतिभागी शामिल हुए है. पूरे झारखंड से चयनित बच्चे यहां आये हुए हैं. यह प्रतियोगिता विद्यालय स्तर से प्रारंभ हुई थी. संकुल स्तर पर संपन्न होगी. वहां से जो बच्चे चयनित हुए विभाग स्तर के प्रतियोगिता में भाग लिए और फिर विभाग स्तर से चयनित हुए हैं. अभी चौथे स्तर( प्रांतीय) के प्रतियोगिता है. प्रांत स्तर की प्रतियोगिता से जिनका चयन होगा वह क्षेत्रीय प्रतियोगिता के लिए सीतामढ़ी जायेंगे और फिर वहां से अंतिम प्रतियोगिता अखिल भारतीय स्तर पर होनी है.

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