झारखंड: केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर बोले, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बनेगा विश्वगुरु
केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर शुक्रवार को भाजपा नेता देवीदास के बुलावे पर बेरमो पहुंचे थे. वे कई कार्यक्रमों में शामिल हुए. वे युवा व्यवसायी संघ फुसरो की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में अपना बाजार स्थित प्रधान कार्यालय परिसर पहुंचे. यहां उनका स्वागत संघ के पदाधिकारियों व व्यवसायियों ने किया.
बेरमो-फुसरो(बोकारो), राकेश वर्मा: केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि भारत नौ वर्षों में विकास की ओर अग्रसर हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनेगा. उन्होंने कहा कि बेरमो की समस्या का समाधान होना चाहिए. केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर के बेरमो आगमन पर शुक्रवार को पेटरवार प्रखंड के पिछरी स्थित आदर्श उच्च वद्यिालय में भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. यहां पिछरी दक्षिणी पंचायत की मुखिया प्रमिला देवी के नेतृत्व में पंचायतों के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने चांदी का मुकुट पहनाकर व पुष्पगुच्छ देकर मंत्री इनका स्वागत किया गया. मौके पर आदर्श उच्च विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया, जबकि इस दौरान छऊ नाच, नटुआ नाच, आदिवासी नृत्य ने आकर्षक समां बांधा. मौके पर आयोजित समारोह का संचालन भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य देवीदास ने किया. इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी को भी इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आना था, लेकिन व्यस्त कार्यक्रम के कारण वे बेरमो नहीं पहुंच सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बनेगा विश्वगुरु
समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि भारत नौ साल में विकास की ओर बढ़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विश्वगुरु बनेगा. उन्होंने कहा कि बेरमो की समस्या का समाधान होना चाहिए. उन्होंने सुदर्शन समाज के बारे में कहा कि जिनके दादा, परदादा वर्षों से क्षेत्र में रह रहे हैं, इनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. यह चिंता का विषय है. उनका जाति प्रमाण पत्र बनाने की दिशा में पहल होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं को केंद्र सरकार द्वारा 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने से नारी शक्ति को बल मिलेगा. कोयलांचल क्षेत्र का विकास केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार की भी जिम्मेदारी है.
ये रहे मौजूद
मौके पर बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल, बेरमो प्रमुख गिरिजा देवी, भाजपा नेत्री डॉ उषा सिंह, पेटरवार प्रमुख शारदा देवी, पिछरी उत्तरी मुखिया कल्पना देवी, गुरुवारी देवी, गोपाल प्रसाद दास, रामानंद प्रसाद दास, रामप्रसाद दास, अनिल गुप्ता, बिगन सोनी, धनेश महतो, रवींद्र सिंह, निमाय सिंह, रामफल साव, संजय मश्रिा, सुभाष चंद्र दास, गुलचंद मिश्रा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.
नहीं पहुंच सके अर्जुन राम मेघवाल व अन्नपूर्णा देवी
भारत सरकार के केंद्रीय विधि, न्याय, संसदीय कार्य व संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी को भी शुक्रवार को इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आना था, लेकिन राज्यमंत्री श्री मेघवाल व श्रीमती देवी अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण बेरमो नहीं पहुंच सके, जबकि आयोजकों की ओर से कार्यक्रम की पूरी तैयारी की गयी थी. क्षेत्र में जगह-जगह पर तोरणद्वार लगाया गया था.
अभिनंदन समारोह में हुए शामिल
केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर शुक्रवार को भाजपा नेता देवीदास के बुलावे पर बेरमो पहुंचे थे और कई कार्यक्रमों में शामिल हुए. वे युवा व्यवसायी संघ फुसरो की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में अपना बाजार स्थित प्रधान कार्यालय परिसर पहुंचे. यहां उनका स्वागत संघ के पदाधिकारियों व व्यवसायियों ने किया. संघ के संचालन समिति के अध्यक्ष देवीदास के अध्यक्षता में राज्यमंत्री श्री ठाकुर को पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. साथ ही संघ ने आई कार्ड व स्मृति चन्हि प्रदान किया. उन्होंने संघ कार्यालय के रजिस्टर में अपना संदेश लिखकर अपनी शुभकामनाएं संघ को दीं.
व्यवसायियों की समस्या का होगा समाधान
केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने संघ कार्यालय परिसर में संघ का झंडोत्तोलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की. संचालन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने किया. राज्यमंत्री श्री ठाकुर ने फुसरो के व्यवसायी को आश्वस्त किया कि हर संभव उनकी समस्या का समाधान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड के साहिबगंज में टर्मिनल बनाया गया है. जैसे हल्दिया से वाराणसी तक कम से कम 60 से 62 ऐसे टर्मिनल रोड, रो पेक्स आदि ऐसे बनने वाला है, जिससे आम व्यवसायियों को काफी सुविधा होगी. आवागमन के लिए हम सड़क का प्रयोग करते हैं. कार, रेलगाड़ी, हवाई यात्रा का प्रयोग करते हैं, लेकिन इससे कम खर्च में लोग जल मार्ग का उपयोग कर सकेंगे. इसको लेकर प्रधानमंत्री प्रयास कर रहे हैं. आजादी के बाद चार जल मार्ग हुआ करता था, लेकिन अभी 111 जलमार्ग का विकास कार्य चल रहा है.