बोकारो. बीएसएल में जूनियर अधिकारी परीक्षा-2024 के परिणाम को लेकर विवाद सतह पर आ गया है. सिर्फ बोकारो में ही कम रिजल्ट होने पर जांच की मांग उठ रही है. एक पद के लिए एक परीक्षार्थी हीं लिखित परीक्षा में सफल हुए है. यूनियन परीक्षा रद्द करने की मांग कर रही है. बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (बीएकेएस) बोकारो ने बीएसएल कनीय अधिकारी-2024 की परीक्षा आयोजित करने की मांग की है. कहा है कि प्रबंधन फिर से परीक्षा आयोजित करे. सिर्फ बोकारो में हीं कम रिजल्ट जारी करने की जांच हो. संघ ने निदेशक कार्मिक सेल को पत्र लिखकर कहा है कि सेल की बाकी यूनिटों में एक सीट के लिये 3-3 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिये बुलाया जा रहा है, जबकि बोकारो में इसके विपरीत एक सीट पर एक उम्मीदवार साक्षात्कार में भाग ले रहे है. बीएकेएस के महासचिव दिलीप कुमार ने कहा कि जेओ की परीक्षा में सेल की बाकि यूनिटों में पर्याप्त संख्या में परीक्षार्थी सफल हुए है, लेकिन, बीएसएल में जितनी सीट है, उसके आसपास हीं उम्मीदवारों को सफल किया गया है. स्वभाविक है कि इस बार की परीक्षा भी दोषपूर्ण है.
लिखित परीक्षा लेना ही वरिष्ठ कर्मियों के साथ नाइंसाफी : रामाश्रय
उधर, बोकारो इस्पात कामगार यूनियन (एटक) ने सेल चेयरमैन को पत्र लिखकर जूनियर अधिकारी संवर्ग के लिए परीक्षा परिणाम पर नाराजगी जतायी है. यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा है कि सेल के विभिन्न प्लांट व माइंस में कार्यरत मजदूरों को पदोन्नति के लिए अधिकारी संवर्ग में पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा लेना ही वरिष्ठ कर्मियों के साथ नाइंसाफी है. साक्षात्कार के लिये 1:3 का अनुपात मैं कैंडिडेट को बुलाने का प्रावधान है. वरीय कर्मियों का इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्टेड नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. श्री सिंह ने सेल चेयरमैन से मांग किया है कि उपरोक्त तथ्यों को मद्देनजर रखते हुए 1:3 के तहत ग्रेस देकर भी वरिष्ठ कर्मियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाय. खासकर, जीपीए व अन्य स्ट्रीम में शामिल कर्मियों को पूर्व के भांति हीं 1:3 का अनुपात में साक्षात्कार के लिए मौका दिया जाय. पत्र की प्रतिलिपि निर्देशक-एचआर, सेल को भी भेजी गयी है.
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